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जन सुविधा केंद्रों पर वाहनों से जुड़े काम हो सकेंगे

-परिवहन विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव -परिवहन से जुड़ी सभी सुविधाओं को सहूलियत भरा

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाMon, 17 Feb 2025 08:49 PM
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जन सुविधा केंद्रों पर वाहनों से जुड़े काम हो सकेंगे

नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के जनसुविधा केंद्र से भी लोग ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन समेत अन्य प्रक्रिया कर सकेंगे। परिवहन विभाग ने इसका प्रस्ताव शासन को भेजा है। अनुमति मिली तो लोगों के लिए काफी सहूलियत होगी। परिवहन विभाग की वेबसाइट www.parivahan.gov.in पर ड्राइविंग लाइसेंस, डुप्लीकेट आरसी, आकर्षक और पसंदीदा नंबरों की बुकिंग समेत अन्य प्रक्रिया होती है। लोग घर बैठे या साइबर कैफे में इस प्रक्रिया को पूरा करते हैं। कई लोग इंटरनेट और आवेदन प्रक्रिया के जानकार नहीं होते हैं। ऐसे में उन्हें दिक्कत होती है। जनसुविधा केंद्र इन लोगों के लिए सहायक साबित होंगे।

प्रदेश के परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए जनसुविधा केंद्र पर परिवहन संबंधी सेवाओं के आवेदन की व्यवस्था शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिले के जनसुविधा केंद्र का ई डिस्ट्रिक और दूसरा अपना पोर्टल हैं। दोनों में कोई विशेष अंतर नहीं है। यहां पर जुड़ी तमाम सरकारी सेवाओं के आवेदन और अन्य कागजी कार्रवाई के लिए 30 रुपये शुल्क निर्धारित है। यदि अनुमति मिल जाएगी तो ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन समेत परिवहन से जुड़ी अन्य प्रक्रिया लोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि परिवहन से जुड़ी अन्य सुविधाओं को भी सहूलियत भरा बनाने पर काम किया जा रहा है।

400 से अधिक जनसुविधा केंद्र हैं जिले में

उत्तर प्रदेश में जनसुविधा केंद्र की संख्या लगभग 1.50 लाख है। वहीं गौतमबुद्ध नगर में जनसुविधा केंद्र की संख्या 400 से अधिक है। इन पर लोग सेवाएं प्राप्त करते हैं।

परिवहन विभाग से जुड़ी ज्यादातर सेवाएं ऑनलाइन हैं

परिवहन विभाग से जुड़ी ज्यादातर सेवाएं ऑनलाइन हैं। इसमें ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन अनापत्ति प्रमाण पत्र, फिटनेस के लिए आवेदन और टाइम स्लॉट बुकिंग, आकर्षक नंबरों की नीलामी समेत अन्य सेवाएं शामिल हैं। लर्निंग लाइसेंस पूरी तरह से ऑनलाइन हो गया है। इसमें आवेदन, परीक्षा और लर्निंग लाइसेंस को प्रिंट करने की सुविधा तक ऑनलाइन कर दी गई है। स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया का जिम्मा परिवहन विभाग से लेकर निजी मोटर प्रशिक्षण स्कूल को दिया जा चुका है। वहीं, वाहनों की फिटनेस और कबाड़ केंद्र भी निजी एजेंसियों को दिए जा चुके हैं।

तेजी से बढ़ रही है वाहनों की संख्या

जिले में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। छह साल में यह संख्या करीब दोगुनी हुई है। यहां पर लगभग 11 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इसमें निजी वाहनों की संख्या सर्वाधित है। इलेक्ट्रिक वाहन भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसमें इलेक्ट्रिक रिक्शा लगभग 25 हजार हैं। एआरटीओ प्रशासन डॉ. सियाराम वर्मा ने कहा कि परिवहन की सुविधाएं हर रोज बेहतर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सख्ती और जागरुकता का ही असर है कि बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चालक हेलमेट पहनते हैं। वहीं सीट बेल्ट का इस्तेमाल भी पहले की तुलना में बढ़ा है।

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