नोएडा, ग्रेनो और यमुना क्षेत्र के बीच बेहतर की जाएगी कनेक्टिविटी
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना के मास्टर प्लान 2041 की समीक्षा की। इसमें कनेक्टिविटी को इंटीग्रेट करने का प्रस्ताव है ताकि तीनों क्षेत्रों को जोड़ा जा सके। इसमें...
औद्योगिक विकास मंत्री के समक्ष तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों ने 2041 का मास्टर प्लान रखा नोएडा²,² लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना तीनों क्षेत्रों को एक-दूसरे से जोड़ते हुए कनेक्टिविटी को इंटीग्रेट किया जाएगा। इसका प्रावधान ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान 2041 में किया गया है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने इस पर सहमति जताते हुए कहा है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनने को अग्रसर हैं।
यूपी सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने लखनऊ में शनिवार को नोएडा, ग्रेटर नोएडा और युमना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित मास्टर प्लान-2041 की समीक्षा की। इस बैठक में राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, सीईओ इनवेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल ने नए नोएडा के मास्टर प्लान को लेकर जानकारी दी। एसीईओ ने बताया कि इसमें 30 गांव गौतमबुद्ध नगर के और 60 गांव बुलन्दशहर के हैं। जिसे पांच फेज में वर्ष 2041 तक बसाया जाएगा। इसमें 40 प्रतिशत औद्योगिक क्षेत्र, 18 प्रतिशत ग्रीनरी, आवासीय क्षेत्र 18 प्रतिशत, प्रतिशत कॉमर्शियल क्षेत्र शामिल है। सबसे पहले ग्रेटर नोएडा से जुड़े क्षेत्र में विकास होगा। जिससे करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें जो सड़कें होंगी, वह यमुना और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र से जुड़ी होंगी। यूटिलिटी के लिए विशेष योजना बनाई गई है ताकि सीवर, पानी, गैस पाइप लाइन के लिए बार-बार खोदाई न करनी पड़े। व्यावसायिक क्षेत्रों में ही आवासीय क्षेत्र पर फोकस किया गया है। ताकि मजदूरों को बहुत ज्यादा सफर न करना पड़े।
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 पर चर्चा करते हुए अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान में कनेक्टिविटी पर फोकस किया गया है। जब तक कनेक्टिविटी बेहतर नहीं होगी, कोई भी शहर आगे नहीं बढ़ पाएगा। क्योंकि ट्रांसपोर्ट अर्बन प्लानिंग के रीढ़ की हड्डी होती है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण अगले 50 वर्षों में देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनने की ओर तीव्र गति से अग्रसर है। जिसको ध्यान में रखते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना तीनों क्षेत्रों को एक-दूसरे से जोड़ते हुए कनेक्टिविटी को इंटीग्रेट करने की योजना है। ताकि ऐसा न हो कि कोई व्यक्ति यमुना प्राधिकरण क्षेत्र से निकला तो उसे बीच में खाली मैदान मिला, ग्रेटर नोएडा से निकला तो आगे रास्ता खत्म हो गया ऐसा न हो। इसका ध्यान रखा गया है। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की पॉलिसी को इंटीग्रेट किया गया है। ताकि कोविड की तरह कोई समस्या आए तो लोग परेशान न हों। वर्क प्लेस और लिविंग प्लेस को एक ही स्थान पर रखने की योजना बनाई गई है। ताकि लोगों को नौकरी के लिए बहुत ज्यादा भागना न पड़े। एक शहर से दूसरे शहर जाना न पड़े। जहां वे रहें वहीं काम करें, ऐसी योजना बनाई गई है।
-----------
एक ही स्थान पर होटल, रेस्टोरेंट और काम की सुविधा
जेवर एयरपोर्ट बनने से पूरे क्षेत्र का विकास होगा। जिसको देखते हुए मिक्स लैंडडयूज डेवलपमेंट को मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। ताकि जेवर के आस-पास के जनपदों अलीगढ़, खुर्जा, मेरठ, गाजियाबाद से आने वाले लोगों को एक ही स्थान पर होटल, रेस्टोरेंट और कार्य क्षेत्र की सुविधा मिले, इसका ध्यान रखा गया है। एयरपोर्ट के चारों तरफ एयरो सिटी की भी योजना प्रस्तावित है।
ओलम्पिक पार्क के लिए भी प्रावधान
महायोजना-2041 में ओलम्पिक पार्क के लिए सेक्टर-22 एफ व 23बी में प्रावधान किया गया है। जिसमें महायोजना क्षेत्र में ओलम्पिक स्तर का स्पोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जायेगा। महायोजना -2041 में न्यू नोएडा, ग्रेटर नोएडा व हरियाणा के बल्लबगढ़ हेतु रोड कनेक्टिविटी प्रस्तावित की गयी है। महायोजना-2041 में मल्टीपल लैण्ड यूज इन्डस्ट्री के 02 नये सेक्टर सेक्टर-4ए (क्षेत्रफल 365 हैक्टेयर) एवं सैक्टर-5ए (क्षेत्रफल 395 हैक्टेयर) नियोजित किये गये है सेक्टर-5ए में जापानीज सिटी का विकास प्रस्तावित किया गया है। जिसमें सेक्टर-4ए में कोरियन सिटी एवं इस प्रकार महायोजना-2041 में लगभग 19 लाख व्यक्तियों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। महायोजना 2041 पर नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग द्वारा सहमति प्रदान की गयी है।
---------------
हैरिटेज सिटी के काम में भी तेजी
प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा के अन्तर्गत हैरिटेज सिटी के विकास हेतु उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिष द्वारा सुझाए गए प्रस्ताव पर चर्चा की। बैठक में कहा कि हैरिटेज सिटी को यमुना एक्सप्रेसवे से वृन्दावन की सीधी कनेक्टिविटी रोड प्रस्तावित करते हुये लगभग 753 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाना है। जिसमें भगवान श्री कृष्ण के जीवन पर आधारित हेरीटेज सेंटर, योगा वेलनेस सेंटर, कनवेंशन सेंटर, होटल, हाट को विकसित किया जाएगा। हैरिटेज सिटी हेतु परियोजना पीपीपी मोडल पर विकसित की जानी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।