Hindi NewsNcr NewsNoida NewsIncreasing Dropout Rates in UP Board Exams Amidst Lack of Action

परीक्षा छोड़ने वाले बच्चों की संख्या हर साल बढ़ रही

ग्रेटर नोएडा। रुपल राठी यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा छोड़ने वाले पंजीकृत

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाFri, 25 April 2025 08:35 PM
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परीक्षा छोड़ने वाले बच्चों की संख्या हर साल बढ़ रही

ग्रेटर नोएडा। रुपल राठी यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा छोड़ने वाले पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही। इसके बावजूद सरकारी तंत्र कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।

पिछले सात वर्षों के आंकड़े पर नजर डालें तो हर वर्ष औसतन दो हजार छात्र पंजीकरण के बाद बिना कारण बताए परीक्षा से वंचित रहते हैं। इससे जिले का परिणाम बदल रहा है। कोरोना महामारी के बाद परीक्षा छोड़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या में तेजी आई है। वर्ष 2020 के बाद से लगातार छात्र परीक्षा से मुंह फेर रहे। हालांकि, अब कोरोना का खतरा नहीं हैं। इसके बावजूद भी लगातार छात्र दसवीं और 12वीं कक्षा में प्रवेश के बाद बीच में पढ़ाई छोड़ रहे। इसका कारण यहां के शिक्षकों को भी समझ नहीं आ रहा। पूर्व में शासन स्तर से भी शिक्षा विभाग को सर्वे कर इसके कारण जानने के आदेश भी मिल चुके, लेकिन अफसरों ने ना तो कोई टीम गठित की और न ही कभी सर्वे शुरू किया।

किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं

गौतमबुद्ध नगर औद्योगिक नगरी है। यहां विभिन्न जिलों और राज्यों से लोग निर्माण साइटों समेत अन्य कंपनियों में काम करने के लिए आते हैं। सूत्र बताते हैं कि फीस कम होने और मुक्त शिक्षा के लिए सरकारी स्कूलों में ज्यादातर श्रमिक अपने बच्चे का प्रवेश कराते हैं। रोजगार चले जाने और परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण बीच में बच्चों की पढ़ाई छूट रही है। अब उनके बच्चे अपने गांव में पढ़ाई कर रहे हैं या फिर उन्होंने पढ़ाई छोड़ दिया है, इसकी किसी के पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

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हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा छोड़ने वाले की स्थिति

वर्ष पंजीकरण परीक्षा छोड़ने वाले

2018 37,122 1954

2019 35,985 2006

2020 38,853 1870

2022 37,520 2385

2023 41,971 2408

2024 42006 1899

2025 41890 2006

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कोट:

हर साल विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा छोड़ रहे । इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता, इसकी कोई वजह पता नहीं लग सकी है। छात्र की ओर से भी स्कूल या विभाग को परीक्षा छोड़ने का कारण नहीं बताया जाता।

- डॉ. धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक

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