अधिकारियों ने जलभराव वाले गांवों में निगरानी बढ़ाई
लगातार हो रही बारिश से गांवों में भरने लगा पानी, डीएम ने सिंचाई विभाग के
नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। लगातार हो रही बारिश के कारण जेवर क्षेत्र के गांवों में पानी भरने लगा है। गांवों में नहर और रजवाहों के किनारे की स्थित ज्यादा गंभीर बनी हुई है। शुक्रवार को डीएम मनीष कुमार वर्मा ने जलभराव से प्रभावित रन्हेरा, बंकापुर, थोरा गांव का दौरा भी किया। उनके साथ तहसील प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की भी टीम थी। डीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जब तक गांवों में जलभराव की स्थिति कम नहीं हो जाती, तब तक वह गांवों में ही कैम्प करेंगे। तहसील प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी करेंगे। इसके साथ ही गांवों में जल निकासी की स्थिति पर निरंतर नजर रखते हुए यह सुनिश्चित करेंगे कि जल निकासी में कोई बाधा न हो। सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग को नहर में आ रहीं जलकुंभी को हटाने के लिए कहा गया। थोरा गांव के पास स्थित पुलिया पर पानी के बहाव को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए नहर में आ रही जलकुंभी को जेसीबी द्वारा निकालने का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान एसडीएम जेवर अभय सिंह, एडीएम बच्चू सिंह भी थे।
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पीड़ित के घर पहुंचें विधायक
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह बिलासपुर में आपदा पीड़ित के घर पहुंचें। बिसासपुर में रविन्द्र के मकान की छत मूसलाधार बाारिश की वजह से गिर गई थी। विधायक ने उसके घर पर पहुंच कर हाल जाना और आर्थिक मदद का आश्वासन दिया। उनके साथ तहसील प्रशासन की टीम भी थी। इसमें तहसीलदार अजय कुमार, अनुपम तायल, राम सिंह, उदयवीर सिंह, सौरभ अग्रवाल, राकेश शर्मा, नरेन्द्र सिंह प्रधान आदि थे।
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जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
लगातार हो रही बारिश और यमुना में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।
बाढ़ से बचाव के लिए एडवाइजरी
1. अचानक बाढ़ आने वाले क्षेत्र से दूर रहे।
2. पक्के मकान के अंदर सुरक्षित आश्रय लें।
3. अस्थायी और असुरक्षित संरचनाओं को ठीक से सुरक्षित किया जाना चाहिए या खाली कर दिया जाना चाहिए।
4. बिजली व्यवस्था का बैकअप प्लान बनाना चाहिए।
5. यातायात में अपेक्षित देरी से बचने के लिए पूर्व योजना बनाएं।
6. नालों और मौसमी वर्षा आधारित जल्द धाराओं से दूर रहें।
7. तेज बारिश के दौरान फिसलन भरी सड़क और खराब दृश्यता की स्थिति में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में वाहन न चलाएं।
8. जलमग्न अंडरपास से बचें।
9. बाढ़ के पानी में प्रवेश करने से बचे। बच्चों को बारिश में नहाने, बाहर या छतों पर खेलने और नहाने से रोकें।
10. कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों के सामने न झाकें।
11. बिजली से संचालित सभी उपकरणों से दूर रहें।
12. सड़कों पर जलभराव की स्थिति में पानी में न चले।
13. वज्रपात की स्थिति में पेड़ों के नीचे, बिजली के खंभों के पास और खुले स्थानों में रहने से बचें। साथ ही सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लें।
14. उबले हुए पानी या क्लोरीन युक्त पानी का सेवन करें।
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