महिला चौपाल को लगे एक साल पूरा, नहीं पूरी हुई मांगें
महिला चौपाल को एक साल पूरा पर समस्याएं जस की तस सोशल मीडिया
महिला चौपाल को एक साल पूरा पर समस्याएं जस की तस
सोशल मीडिया से
महिलाओं ने चौपाल और मांग पत्र की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर सवाल उठाए
नोएडा। मुख्य संवाददाता
महिलाओं की सुरक्षा और उनकी अन्य समस्याओं के समाधान के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस ने एक साल पहले महिला चौपाल के रूप में नई पहल की थी। चौपाल में महिला डीसीपी और अन्य अधिकारियों के साथ क्षेत्र की महिलाएं भी शामिल हुई थीं। इस दौरान महिलाओं ने कई समस्याएं अधिकारियों के सामने रखी थीं। सोमवार को इस चौपाल को आयोजित हुए पूरा एक साल बीत गया, मगर समस्याएं जस की तस हैं।
इस पर सोसाइटी की महिलाओं ने चौपाल और अपने मांग पत्रों की फोटो ट्वीट कर सवाल पूछा कि महिला चौपाल को आयोजित हुए पूरा एक साल बीत गया, लेकिन अभी तक मांगें पूरी नहीं हो सकी हैं। ट्वीट करने वाली अनिता प्रजापति ने कहा कि क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था में अभी तक कोई सुधार नहीं हो सका है, बल्कि यह और गंभीर हो गई है। गौर सिटी स्थित पुलिस चौकी पर अभी तक महिला पुलिसकर्मी तैनात नहीं की गई हैं और न ही सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। क्षेत्र के कई इलाकों में लोग खुले में गाड़ियों में बैठकर शराब पीते हैं, जिससे महिलाएं भयभीत रहती हैं। इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। महिला चौपाल एक अच्छी पहल थी, लेकिन उस पर लगातार काम नहीं हो सका और न ही इस संबंध में क्षेत्र की महिलाओं को कोई अपडेट दिया गया। चौपाल का दोबारा आयोजन भी नहीं हो सका।
गौरव चंदेल की हत्या के बाद हुए थे दावे
6 जनवरी 2020 को गौरव चंदेल की हत्या के बाद ग्रेनो वेस्ट में रहने वाले लोगों ने सुरक्षा की मांग को लेकर आंदोलन किया था। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों ने अपनी आवाज बुलंद की थी, जिसके बाद जनप्रतिनिधियों, प्राधिकरण और पुलिस ने अनेक दावे किए थे। मगर अभी तक ये दावे पूरे नहीं हो सके हैं। इस पूरे इलाके में पथ प्रकाश की समुचित व्यवस्था के साथ ही सीसीटीवी कैमरे लगाने और पुलिसकर्मियों की गश्त बढ़ाने का दावा था। मगर सोमवार को जब हिन्दुस्तान टीम ने इस इलाके का भ्रमण किया तो कहीं पर भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे मिले। पथ प्रकाश की पूरी व्यवस्था भी नहीं थी और सर्विस लेन पर अतिक्रमण देखने को मिला, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
लोग बोले
इस रास्ते से गुजरने वाले रोहित, नागेन्द्र और प्रकाश आदि ने कहा कि यहां पर रात में कभी-कभी पुलिस की गाड़ी खड़ी नजर आती है, अन्यथा सर्विस रोड सुनसान रहती है, जिस पर से निकलने में भी डर लगता है। यहां पर कहीं सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। आए दिन यहां पर झपटमारी की घटनाएं होती रहती हैं।
ये थीं मांगें
महिलाओं की काउंसलिंग और सहायता के लिए आशा ज्योति सेंटर बने
गौर सिटी पुलिस चौकी पर महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए
किसान चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारी जाए
एक स्पेशल महिला वॉलेंटियर ग्रुप का निर्माण करें
सिटी प्लाजा पार्किंग और स्टेडियम साइड असुरक्षित हैं, यहां पर सीसीटीवी कैमरे और लाइट लगवाई जाएं
आशा ज्योति केंद्र चल रहा : डीसीपी
महिला चौपालों का आयोजन करने वाली डीसीपी वृन्दा शुक्ला ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए बीते एक साल में काफी काम हुए हैं। महिलाओं से संवाद के लिए उन्होंने ई-चौपाल का भी आयोजन किया है। महिलाओं की मांग पूरी करते हुए आशा ज्योति केंद्र संचालित किया जा रहा है और वहां पर महिला पुलिस चौकी भी बनी है। अभी यह केन्द्र जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में चल रहा है, लेकिन अब इसके लिए प्राधिकरण से नई और बड़ी बिल्डिंग मिल गई है। शीघ्र ही वहां पर इसे शिफ्ट कर दिया जाएगा। सभी पुलिस चौकियों में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती संभव नहीं है, लेकिन वह सेंट्रल जोन के डीसीपी से बात करेंगी कि गौर सिटी में दिन में पुलिस चौकी पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती और रेड लाइट के संबंध में भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा था। अब दोबारा से अधिकारियों से वार्ता कर इस व्यवस्था को सुधारा जाएगा। सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी बीते एक साल में बढ़ी है और पुलिसकर्मियों की गश्त को भी बढ़ाया गया है।
महिलाओं को मिलेगी पूरी सुरक्षा : पंकज सिंह
विधायक पंकज सिंह ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारी और शासन पूरी तरह से गंभीर है। वह पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार कराएंगे। जिन चौराहों पर अभी तक रेडलाइट की व्यवस्था नहीं है, वहां पर रेडलाइट की व्यवस्था करवाएंगे और पुलिस की गश्त भी बढ़ाई जाएगी। महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए सरकार कृत संकल्प है।
84 चौराहों पर लग रहे हैं 1065 कैमरे
नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि इंटेलिजेंट मैनेजमेंट ट्रैफिक सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत शहर की यातायात व कानून व्यवस्था में सुधार के लिए 84 चौराहों पर 1065 सीसीटीवी कैमरों को लगाने का काम प्रारंभ हो चुका है। अगले नौ माह में इन सभी चौराहों पर कैमरे लगा दिए जाएंगे। इसका कंट्रोल रूम सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर में स्थापित किया जाएगा। कैमरे लगवाने के लिए मैसर्स एफकॉन इंडिया लिमिटेड कंपनी का चयन किया गया है। कंपनी 64 करोड़ 49 लाख की लागत से इस सिस्टम को तैयार करेगी। चौराहों पर 1065 मल्टीडायमेंश्नल सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनसे वाहन के तेज रफ्तार होने पर चालान भी काटे जाएंगे। चौराहों पर 693 एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे स्वयं ही नंबर प्लेट रीड कर चालान करेंगे। इन वाहनों का डाटा कैमरों के जरिए ऑटोमेटिक कमांड कंट्रोल सेंटर पहुंच जाएगा। इसके अलावा 150 आरएलवीडी कैमरे लगाए जाएंगे। इनके जरिए लालबत्ती के नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान होगा। चौराहों पर 345 सर्विलांस कैमरे भी लगाए जाएंगे। इन कैमरों के जरिए व्यक्तियों की पहचान पुलिस कर सकेगी। ये कैमरे पुलिस की मदद करने में काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे। इससे आपराधिक वारदात करने वाले बदमाशों की आसानी से पहचान हो सकेगी।
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