सरकारी गोदामों से डीएपी खाद नदारद
रबूपुरा में किसान रबी फसल की बुआई के लिए डीएपी खाद की कमी से परेशान हैं। सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध नहीं है, जबकि निजी दुकानों पर कीमतें मनमर्जी हैं। किसान लामबंद होकर गोदाम के बाहर लाइन में खड़े...
रबूपुरा, संवाददाता । रबी फसल की बुआई का समय चल रहा है, लेकिन डीएपी खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। मजबूरी में किसानों को बिना डीएपी के ही फसल बुआई करनी पड़ रही है। इससे पैदावार में कमी आने की संभावना है। खास बात यह है कि जिले भर में सहकारी समिति के गोदामों पर डीएपी और यूरिया जैसे खाद उपलब्ध नहीं हैं, वहीं निजी दुकानों पर यह भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। दुकानदार डीएपी के लिए मनमर्जी रकम किसानों से वसूल रहे हैं। धांधली का आरोप
रबूपुरा, रबूपुरा साधन सहकारी समिति पर डीएपी खाद उपलब्ध होने की सूचना पर सोमवार को किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह आठ बजे से ही गोदाम के बाहर लंबी लाइन लग गई। इसके बाद भी कई किसानों को निराश होकर खाली हाथ लौटना पड़ा। आरोप है कि समिति कर्मचारियों ने केवल अपने चहेते और जान पहचान के किसानों को डीएपी देकर बाकी खाद ब्लैक में निजी दुकानदारों को बेच दिया। इसको लेकर कई बार किसानों की कर्मचारियों के साथ बहस भी हुई। किसानों ने बताया कि गोदाम पर एक किसान को अधिकतम डीएपी के दो कट्टे दिए गए। जबकि, रसूखदार और जान पहचान वाले किसान मनचाही मात्रा में डीएपी भरकर ले गए।
त्योहारों की वजह से आपूर्ति बाधित
सहायक आयुक्त सहकारिता विवेक सिंह ने बताया कि ज्यादा मांग की वजह से गोदामों पर पहुंचने के बाद तुरंत स्टॉक खत्म हो जाता है। त्योहारों की वजह से आपूर्ति भी बाधित हुई है। जल्दी ही सभी सहकारी समितियों पर डीएपी उपलब्ध कराई जाएगी।
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