सोशल मीडिया पर परिजन मदद की गुहार लगा रहे
नोएडा। कार्यालय संवाददाता कोरोना के कारण स्वास्थ्य सेवाओं के जमीनी हालात बदतर हो गए...
नोएडा। कार्यालय संवाददाता
कोरोना के कारण स्वास्थ्य सेवाओं के जमीनी हालात बदतर हो गए हैं। लोगों घर या अस्पतालों के बाहर तड़प रहे हैं। उन्हें बेड नहीं मिल रहा हैं। जो अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें कोरोना से बचाव को रेमडेसिविर जैसी जीवन रक्षक औषधि नहीं मिल रही है। सोशल मीडिया पर लोग अपनों को बचाने की गुहार लगा रहे हैं।
निक्सी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा है कि सर मेरी दादी को नोएडा या गजियाबाद में आईसीयू बेड की जरूरत है। उनका ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे आ गया है। हमने कई अस्पतालों में संपर्क किया है, लेकिन कोई बेड खाली नहीं है। कृपया मदद करें।
जीतेश ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लैब रिजल्ट्स रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा है कि जांच के पांच दिनों बाद भी रिपोर्ट नहीं मिली है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की मांग की है।
अभिषेक वार्ष्णेय ने सोशल मीडिया पर विधायक पंकज सिंह से गुहार लगाई है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि बिदूषा बराल कोविड पॉजिटिव हैं। वह नोएडा सेक्टर 62 ए कर एसआर अस्पताल में भर्ती हैं। ऑक्सीजन लेवल 75 से नीचे आ गया है। वेंटिलेटर की जरूरत होने के कारण दूसरे अस्पताल में भर्ती होना है। यह इमरजेंसी जैसी स्थिति है।
राहुल गोयल ने ट्विटर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मदद मांगी हैं। अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए लिखा है कि मेरे माता पिता की स्थिति ठीक नहीं है। चिकित्सकों ने भर्ती करने के लिए कहा है, लेकिन किसी अस्पताल में बेड नहीं है। अभी मैं कैलाश के बाहर हूं, कृप्या कुछ करिए।
मनीष यादव ने ट्विटर पर अपना दर्द डीएम के सामने रखा है। उन्होंने लिखा है कि वरिष्ठ नागरिक कैलाश अस्पताल में भर्ती हैं। बेटी और दामाद के अस्पताल में भर्ती होने के कारण आर्थिक रूप से टूट रहे हैं। उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किये जाने की जरूरत है।
आरके ने सीएम योगी आदित्यनाथ से ट्विटर पर गुहार लगाई है। नोएडा में आरटीपीसीआर टेस्ट क्यों नहीं हो रहा है। कोई बुकिंग नहीं ले रहा है। रिजल्ट में 72 घंटे क्यों?
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।