एनसीआर में गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
नोएडा पुलिस ने विशाखापट्टनम से गांजा लाकर तस्करी करने वाले गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से एक कुंतल गांजा और दो कार बरामद की गई। गिरोह का सरगना अनुज पहले लूट के मामलों में...
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-आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम से ट्रेन में गांजा रखकर एनसीआर में लाते थे आरोपी -आरोपियों के पास से एक कुंतल गांजा और तस्करी में इस्तेमाल दो कार बरामद
-गिरोह के सरगना के खिलाफ कमिश्नरेट के तीन थानों में पहले से छह मुकदमे दर्ज
नोएडा, संवाददाता। फेज-2 पुलिस ने गुरुवार को एनसीआर में अवैध रूप से गांजे की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये लोग आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से ट्रेन में गांजा लादकर यहां लाते और बेचते थे।
सेंट्रल जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस टीम ने गुरुवार को सेक्टर-82 स्थित भंगेल कट के पास से चेकिंग के दौरान सफेद रंग की दो कार को रोका। तलाशी लेने पर दोनों में एक कुंतल दो किलो गांजा मिला, जिसकी बाजार में कीमत करीब 20 लाख रुपये है। कार में सवार आरोपियों की पहचान अनुज, सुभाष मंडल उर्फ चिंटू, जीत चौधरी और लल्लन मंडल के रूप में हुई। पूछताछ में अनुज ने पुलिस को बताया कि वह गिरोह का सरगना है। वह मूलरूप से जिला बिजनौर के गांव खेरपुर का रहने वाला है। पिछले कुछ समय से कुलेसरा गांव में रहता है। सुभाष मंडल पश्चिम बंगाल के जिला मुर्शिदाबाद के गांव माइलबासा का रहने वाला है। जीत चौधरी पश्चिमी बंगाल के जिला मुर्शिदाबाद के गांव बाउरा का रहने वाला है और लल्लन मंडल पश्चिम बंगाल के जिला मुर्शिदाबाद के गांव डिआर माही का रहने वाला है। डीसीपी ने गैंग पकड़ने वाली टीम को 15 हजार रुपये का इनाम देकर पुरस्कृत किया।
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विशाखापट्टनम से ट्रेन के रास्ते लाते थे गांजा
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह गांजा तस्करी करते हैं। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से अच्छी किस्म का गांजा सस्ते दामों में लाते हैं और एनसीआर में फुटकर में महंगे दामों में बेचते हैं। विशाखापट्टनम से यहां तक ट्रेन में रखकर गांजा लाते हैं। एनसीआर में कम भीड़-भाड़ वाले स्टेशन पर गांजा को उतारकर व्यावसायिक वाहनों में रखकर फुटकर में बेचते हैं।
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इस तरह पुलिस से छिपकर लाते थे गांजा
पूछताछ में तस्करों ने बताया कि ट्रेन में गांजा को नाइलोन के चौड़े पटों को ऊपर से रेप करके बीच में गांजा रखकर लाते हैं। दोनों तरफ साइड में गोल आकार की पतले पटे की लेअर लगी रहती है, जिससे देखने में ऐसा लगता है कि पूरा रोल पटे का है। इससे किसी को संदेह नहीं होता। अनुज कुलेसरा गांव से ही गांजा को फुटकर में बेचता है।
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कॉलेज और पीजी में सप्लाई करते थे
इन तस्करों के टारगेट पर कॉलेज में पढ़ने वाले और पीजी में रहने वाले लोग होते थे। ये लोग आसपास के क्षेत्र में घूमकर लोगों से संपर्क करते। यहां लाकर चोरी छिपे गांजा बेचते थे। ये लोग ऑन डिमांड भी गांजा सप्लाई करते थे। फिलहाल इनके और साथियों को पुलिस खोज रही है।
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लूट की घटनाओं के बाद करने तस्करी करने लगा
पुलिस को जांच में पता चला कि अनुज के खिलाफ वर्ष 2016 में सेक्टर बीटा-2 थाने में लूट के चार मुकदमे दर्ज हुए थे। इसके अलावा इसी वर्ष नॉलेज पार्क और सेक्टर-39 थाने में एक-एक लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था। लूट की घटना करने के बाद अनुज ने गांजा तस्करी के क्षेत्र में कदम रखा। वह गिरोह बनाकर गांजा तस्करी करने लगा।
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