Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नोएडाCorona investigation will go door-to-door in villages

गांवों में घर-घर जाकर होगी कोरोना जांच

आदेश नोएडा। कार्यालय संवाददाता कोरोना संक्रमण का प्रसार अब शहरों से गांवों...

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाThu, 6 May 2021 06:00 PM
share Share

आदेश

नोएडा। कार्यालय संवाददाता

कोरोना संक्रमण का प्रसार अब शहरों से गांवों में हो रहा है। अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच कर उन्हें आइसोलेट करने या अस्पताल में भर्ती करने के लिए अधिकारियों ने अभियान शुरू कर दिया है। अब गांवों में घर-घर जाकर ग्रामीणों की कोरोना जांच की जाएगी।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 100 टीमों का गठन किया है। इसमें चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, आशा और एएनएम शामिल हैं। जिले के दादरी, दनकौर, जेवर, बिसरख और रबूपुरा आदि क्षेत्रों में गांवों की संख्या 88 है। लाखों की संख्या में लोग इन गांवों में रहते हैं। गांव में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर नकेल कसने के लिए शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग जरूरी कदम उठा रहा है। विभागीय स्तर पर जिन टीमों का गठन किया गया है, उनकी जिम्मेदारी होगी कि घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का हाल पूछा जाए। अगर किसी में कोरोना के सामान्य लक्षण हैं तो उनका सरकारी प्रोटोकॉल के तहत प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया जाए।

महिलाओं और बच्चों के उपचार पर फोकस

इस बार कोरोना वायरस की नई किस्म महिलाओं और बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किए हैं कि महिलाओं और बच्चों के उपचार की जिले में व्यवस्था दुरूस्त की जाए। इसके अलावा गांव में जो टीमें जांच करने के लिए जाएंगी। उनमें मौजूद कर्मचारियों की ड्यूटी होगी कि बच्चों और महिलाओं का हाल पूछेंगी। यदि किसी महिला या बच्चे में खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो उसकी तुरंत जांच कराकर आइसोलेट करने की व्यवस्था की जाएगी।

24 सरकारी एंबुलेंस कोविड के लिए आरक्षित

कोविड संक्रमण का असर तमाम सरकारी तंत्र पर पड़ा है। शासन ने निर्देश दिए हैं कि कुल 75 फीसदी एम्बुलेंस को कोविड के लिए रिजर्व रखा जाए। जिले में एएलएस मिलाकर एम्बुलेंस की संख्या 34 हैं। ऐसे में करीब 24 एम्बुलेंस को कोविड उपचार के लिए रिजर्व कर दिया गया है, शेष एम्बुलेंस सामान्य मरीजों का उपचार करने में लगी रहेंगी।

शासन के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की कमर तोड़ी जाएगी। इसके लिए टीमों का गठन किया गया है। इन टीमों का कार्य होगा कि ये गांव में लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लें और लक्षण मिलने पर लोगों को प्राथमिक उपचार उपलब्ध करा दिया जाए।

डॉ. दीपक ओहरी, सीएमओ

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें