Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नोएडाChildren who specialize in maths and Hindi will be made role models

गणित और हिंदी के माहिर बच्चे बनाए जाएंगे रोल मॉडल

सहपाठियों के बीच उन्हें रोल मॉडल के तौर पर किया जाएगा पेश, पुरस्कृत भी किया

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाSat, 20 March 2021 07:00 PM
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सहपाठियों के बीच उन्हें रोल मॉडल के तौर पर किया जाएगा पेश, पुरस्कृत भी किया जाएगा

परिषदीय स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शुरू होगी नई पहल

महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बच्चों का आंकलन भी किया जाएगा

ग्रेटर नोएडा। गौरव शर्मा

परिषदीय स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं के गणित और हिंदी विषय में माहिर बच्चों को प्रेरणा एप के माध्यम से साथियों के बीच रोल मॉडल के तौर पर पेश किया जाएगा। उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। वे साथी बच्चों से रूबरू भी होंगे। इसके लिए शासन ने कवायद शुरू कर दी है।

परिषदीय स्कूलों को हाईटेक बनाने के साथ पठन-पठान का बेहतर माहौल तैयार करने की शासन स्तर से लगातार कोशिश जारी है। प्रदेश सरकार ने परिषदीय स्कूलों में गणित और हिंदी विषयों में माहिर बच्चों का आंकलन करने की तैयारी शुरू की है। यह आंकलन प्रेरणा एप के माध्यम से किया जाएगा। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने सभी डायट प्राचार्य और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।

निर्देशों में कहा गया है कि बच्चों का आंकलन महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को किया जाएगा। यदि किसी वजह से शनिवार को अवकाश हो तो उससे पहले के कार्य दिवस में आंकलन किया जाएगा। डायट प्राचार्य बच्चों के आंकलन के लिए प्रत्येक तिमाही का रोस्टर तैयार करेंगे। तिमाही की गणना 1 अप्रैल 2021 से की जाएगी। डायट प्राचार्य यह सुनिश्चित करेंगे कि आंकलन से कम से कम एक सप्ताह पहले स्कूल को इसकी सूचना दी जाए। चयनित बच्चों को प्रेरक बालक-बालिका के रूप में अपने ही साथियों के बीच में पेश किया जाएगा। साथ ही साथ उनका सम्मान भी किया जाएगा।

शिक्षा की चौपाल से सामुदायिक सहभागिता का आयोजन भी होगा

बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 के दौरान पढ़ाई से दूर रहने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए 100 दिन का प्रेरणा ज्ञान उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

प्रेरक बालक से बनेगा प्रेरक ब्लॉक

प्रेरक बालक-बालिका के चयन के साथ ही प्रेरक ब्लॉक भी बनाया जाएगा। इसके लिए शिक्षक बच्चों की मदद करेंगे। प्रेरणा एप में आने वाले सवालों के जवाब देने की प्रैक्टिस भी बच्चों को शिक्षक ही कराएंगे। कार्यवाहक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि प्रेरणा ज्ञान उत्सव के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। उनमें से एक यह है कि गणित और हिंदी के माहिर बच्चों को रोल मॉडल बनाया जाएगा।

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