जिले में गेहूं खरीद के लिए 28 केंद्र बनाए
71406 किसानों को भेजा गेहूं खरीद का मैसेज इस बार शासन ने अफसरों को नहीं
71406 किसानों को भेजा गेहूं खरीद का मैसेज
इस बार शासन ने अफसरों को नहीं मिला गेहूं खरीद का लक्ष्य
कृषकों को गेहूं विक्रय करने से पूर्व करना होगा खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण
नोएडा। कार्यालय संवाददाता
जिले में गेहूं खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए जिले में 28 केंद्र बनाए गए हैं। दादरी, दनकौर, रबुपूरा और अन्य क्षेत्रों में बने क्रय केंद्रों पर व्यवस्था प्रशासन ने दुरूस्त कर दी है। प्रशासन ने कृषि विभाग के सहयोग से जिले के 71406 किसानों को मैसेज भेज दिया है। इस बार शासन ने अफसरों को राहत देते हुए गेहूं खरीद का लक्ष्य नहीं दिया है। डीएम सुहास एलवाई ने निर्देश दिए हैं कि क्रय केंद्र पर किसान को किसी तरह की परेशानी होती है तो जिम्मेदार अफसर या कर्मचारी पर कार्रवाई तय है।
डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि 28 क्रय केंद्रों में से चार खाद्य विभाग की विपणन शाखा, 22 पीसीएफ और दो भारतीय खाद्य निगम के हैं। दादरी तहसील में सात, सदर तहसील में आठ तथा जेवर तहसील में 13 केंद्र स्थापित किए गए हैं। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है। किसानों को गेहूं बेचने से पहले खाद्य विभाग के पोर्टल www.fcs.up.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। पंजीकरण की प्रक्रिया 1 मार्च से चल रही है। पंजीकरण के बाद किसान को गेहूं विक्रय करते समय पंजीकरण प्रपत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की छायाप्रति क्रय केन्द्र प्रभारी को देनी। अभी तक 990 कृषकों ने पंजीकरण कराया है।
रिजेक्शन कमेटी करेगी किसानों को संतुष्ट
किसानों की समस्या के निस्तारण के लिए क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की अध्यक्षता में रिजेक्शन कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी शिकायत का निस्तारण 48 घंटे में करेगी। डीएम ने बताया कि वर्ष 2021-22 में जो क्रय केन्द्र मण्डी परिसर में बाहर स्थापित किए गए हैं, उनका संबंद्धीकरण राजस्व ग्रामों से कर दिया गया है। केंद्रों पर कोई भी किसान अपना गेहूं बेच सकता है। दादरी के किसान रवि कुमार ने बताया कि कमेटी गठित कर प्रशासन ने किसान हित में कदम उठाया है।
बढ़ गई गेहूं उत्पादन की क्षमता
जिला कृषि अधिकारी ने गेहूं उत्पादकता व संभावित उत्पादन की समीक्षा की है। समीक्षा में पिछले साल के सापेक्ष 2.65 कुंतल प्रति हेक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2020-21 में गेहूं उत्पादकता 42.35 कुंतल प्रति हेक्टेयर थी, जोकि अब 45 कुंतल प्रति हेक्टेयर हो गया है।
आधार कार्ड से मिलान करेंगे
इस बार क्रय केंद्रों पर प्वाइंट ऑफसेल मशीन लगाई गई है। इसमें बायोमैट्रिक होते ही किसान के आधार कार्ड से मिलान हो जाएगा और इसकी जानकारी किसान को मिल जाएगी। जेवर के किसान राजेश गुर्जर ने बताया कि प्रदेश सरकार ने क्रय केंद्र पर सुविधाएं बढ़ाई हैं, लेकिन प्रशासन की जिम्मेदारी है कि सुविधाओं का लाभ किसानों को मिले।
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