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नोएडा में बिजली जाने की नो टेंशन, विद्युत निगम कर रहा खास प्लानिंग, जान लीजिए डिटेल

  • विद्युत निगम द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति के लिए 600 किलोमीटर विद्युत लाइन भूमिगत होने के साथ ओवरहेड भी की जाएगी। इसमें 320 किलोमीटर केबल लाइन भूमिगत होगी

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, नोएडाSun, 9 March 2025 09:22 AM
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नोएडा में बिजली जाने की नो टेंशन, विद्युत निगम कर रहा खास प्लानिंग, जान लीजिए डिटेल

विद्युत निगम द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति के लिए 600 किलोमीटर विद्युत लाइन भूमिगत होने के साथ ओवरहेड भी की जाएगी। इसमें 320 किलोमीटर केबल लाइन भूमिगत होगी। इसके लिए मुख्यालय से स्वीकृति मिल चुकी है। करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से नई बिजली लाइन डाली जाएगी। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद जमीनी स्तर पर काम भी शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, 600 किलोमीटर केबल लाइन में 180 किलोमीटर लाइन ओवरहेड केबल लाइन होगी, जबकि शेष 320 किलोमीटर केबल लाइन भूमिगत होगी। इससे उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति में मदद मिलेगी। 33 हजार केवीए और 11 हजार केवीए के बिजली लाइन को भूमिगत किया जाएगा। इसमें 33 हजार केवीए लाइन की 167 किलोमीटर केबल लाइन भूमिगत की जाएगी।

साथ ही 96 किलोमीटर केबल लाइन ओवरहेड लाइन होगी। यह ओवरहेड लाइन 13 मीटर के खंभे पर होगी। इस तरह भूमिगत और ओवरहेड की 265 किलोमीटर लाइन डाली जाएगी, जिसमें 33 हजार केवीए की केबल लाइन को बनाने में करीब 105 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं 11 हजार केवीए की लाइन को भी भूमिगत किया जाएगा। 11 हजार केवीए की 249 किलोमीटर बिजली लाइन भूमिगत की जाएगी। 11 हजार केवीए की करीब 85 किलोमीटर लाइन ओवरहेड केबल लाइन होगी। इस तरह 11 हजार केवीए की भूमिगत और ओवरहेड लाइन बनाने का कार्य की लागत 95 करोड़ रुपये आएगी। विद्युत निगम के अधिकारियों के अनुसार जरुरत के अनुसार भूमिगत और ओवरहेड केबल लाइन डाली जाएगी। ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति दी जा सके।

लागत भी आती है कम भूमिगत केबल डालने में निगम और प्राधिकरण को लागत भी कम आती है। एक बार भूमिगत केवल डलाने के बाद बार-बार मरम्मत की भी जरुरत नहीं पड़ती है। हालांकि, अंडरग्राउंड केबल में फॉल्ट का पता लागने में निगम कर्मचारियों को कुछ समय अवश्य लगता है। भूमिगत केबल में हादसे का भी खतरा नहीं के बराबर होता है।

विद्युत निगम की सलाह पर प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जा रहे नए सेक्टरों में आंतरिक बिजली लाइनों को भूमिगत किया जा रहा है। ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति दी जा सके। इसके साथ ही नए सेक्टर में रहने वाले लोगों को बिजली के तारों से मुक्ति मिल जाएगी। मुख्य अभियंता, विद्युत निगम हरीश बंसल ने कहा कि निर्बाध आपूर्ति देने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। जल्द ही 33 हजार केवीए और 11 हजार केवीए के बिजली लाइन को भूमिगत करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कुछ स्थानों पर 33 हजार और 11 हजार केवीए के ओवरहेड लाइन भी बनाई जाएगी।

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