जेवर के नोएडा एयरपोर्ट के रनवे का सफल ट्रायल, इंडिगो विमान ने की लैंडिंग और टेकऑफ
जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज से रनवे का ट्रायल शुरू हो गया है। सबसे पहले यहां इंडिगो एयरलाइंस के विमान एयरबस 320 ने सफल फर्स्ट लैंडिंग और टेकऑफ किया। विमान के रनवे पर उतरने के बाद वाटर कैनन सलामी दी गई।
दिल्ली के करीब जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज से रनवे का ट्रायल शुरू हो गया है। सबसे पहले यहां इंडिगो एयरलाइंस के विमान एयरबस 320 ने सफल फर्स्ट लैंडिंग और टेकऑफ किया। विमान के रनवे पर उतरने के बाद वाटर कैनन सलामी दी गई। लैंडिंग के बाद विमान का टेकऑफ का भी सफल रहा। लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान विमान ने रनवे पर दौड़ लगाकर उसकी गुणवत्ता को परखा।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट के एयरो स्पेस में आने के बाद इंडिगो एयरबस 320 विमान ने सफर लैंडिंग की। करीब 25 मिनट तक हवा में आईएलएस उपकरण की जांच करने के बाद विमान लैंडिंग के लिए रनवे पर उतरा और रनवे की गुणवत्ता का अध्ययन किया। दोपहर करीब 1.25 बजे विमान ने लैंडिंग की और 2.43 पर टेकऑफ करते हुए दिल्ली रवाना हो गया। ट्रायल में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत सामने नहीं आई है। अब ऐसे में तय माना जा रहा है कि अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
दुनिया में आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा जेवर : नायडू
इस दौरान केंद्रीय उड्डयन मंत्री केआर नायडू ने कहा कि आज का दिन गौतमबुद्धनगर के लिए बेहद खास रहा। दुनिया के सबसे बेहतर एयरपोर्ट का सपना पूरा होने को है। नायडू ने कहा कि एक समय था जब जेवर पिछड़े इलाकों में आता था, लेकिन एयरपोर्ट परियोजना से क्षेत्र की तस्वीर बदल गई है। यह क्षेत्र दुनिया में आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनने वाला है।
बता दें कि, एयरपोर्ट पर अप्रैल अंत तक विमानों की उड़ान प्रस्तावित है। एयरपोर्ट से पहले दिन से 30 विमान सेवा शुरू करने का दावा है। इनमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो फ्लाइट शामिल हैं।
3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है पहला रनवे
नोएडा एयरपोर्ट पर 3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा पहला रनवे बनकर पूरी तरह से तैयार है। रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग का कार्य पूरा हो चुका है। कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को स्थापित किया जा चुका है, जिसकी 10 से 14 अक्टूबर तक जांच की जा चुकी है।