डेटिंग ऐप से हनीट्रैप तक… प्रेमिका से लोगों को लुटवाने वाला गैंग नोएडा में पकड़ा, सरगना समेत 5 गिरफ्तार
नोएडा पुलिस ने हनीट्रैप में फंसाने के बाद धमकी देकर जबरन वसूली करने वाले गैंग के सरगना और दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई महिलाओं में से एक गैंग के सरगना की प्रेमिका है।
नोएडा पुलिस ने हनीट्रैप में फंसाने के बाद धमकी देकर जबरन वसूली करने वाले गैंग के सरगना और दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई महिलाओं में से एक गैंग के सरगना की प्रेमिका है। इस गिरोह में शामिल आरोपी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर दोस्ती करने के बाद लोगों को दुष्कर्म और छेड़खानी जैसे मामलों में फंसाने की धमकी देकर जबरन वसूली करते थे। पुलिस को आरोपियों के पास से 70 हजार रुपये नकद, पांच मोबाइल और घटना में शामिल क्रेटा कार बरामद हुई है।
आरोपियों की पहचान लालू यादव ,अंजली बैंसला, अंकित कुमार, ललित और सोनिया के रूप में हुई। सभी आरोपी दिल्ली और नोएडा के अलग-अलग क्षेत्र में किराये पर कमरा लेकर रह रहे हैं। वे तीन माह पहले ही शहर में सक्रिय हुए थे। नोएडा के अलावा एनसीआर के अन्य शहरों में भी आरोपियों ने वसूली करने की बात कबूली है। पुलिस को अब तक आरोपियों द्वारा 30 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की जानकारी मिली है। गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 23 नवंबर को गिरोह के सदस्यों ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर एक व्यक्ति से दो लाख 40 हजार रुपये की वसूली की थी। इसके बाद और एक लाख रुपये की मांग की गई तो पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की। आरोपियों ने पीड़ित से दो हजार रुपये नकद, जबकि दो लाख 38 हजार रुपये की रकम ऑनलाइन ली थी। इस ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
लोगों को ऐसे फंसाते थे जाल में
गिरोह के सदस्य इंटरनेट पर विभिन्न डेटिंग ऐप और लिंक पर जुड़े हुए हैं। जब कोई नया युवक या व्यक्ति इससे जुड़ता तो आरोपी सक्रिय हो जाते। नए सदस्य के पास एक वॉट्सऐप कॉल करते, फिर कुछ युवतियों और महिलाओं की तस्वीरें भेजी जाती थीं। इसके बाद उसे महिलाओं के कॉल आने लगते। वे युवक से दोस्ती करने के बाद अकेले मिलने की इच्छा जाहिर करती थी। एकांत में बुलाकर महिला अपनी एक अन्य महिला साथी के साथ युवक की कार में बैठ जाती और फिर गिरोह के अन्य सदस्य भी कार में बैठ जाते दुष्कर्म और छेड़खानी के केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग करते थे।
डेटिंग के भी रुपये लेते थे
बदनामी के डर से ज्यादातर मामलों में आरोपी किसी से इसकी शिकायत भी नहीं कर पाते थे। युवती डेटिंग करने के लिए भी पांच से दस हजार रुपये लेती है। आरोपियों ने इंटरनेट पर मीट रियल गर्ल्स दिल्ली के नाम से सर्च होने वाले लिंक पर अपनी डिटेल को अपडेट किया था। जानकारी के अनुसार, ज्यादातर टारगेट के पास लालू अपनी प्रेमिका अंजलि को भेजा करता था। वहां पहुंचने के बाद वह कार में बैठ जाती थी और पहली पेमेंट ले ली जाती थी। इस बीच गैंग के दूसरे लोग कार में आ जाते थे और टारगेट को ब्लैकमेल करते थे।
ग्रेजुएट है सरगना लालू
गिरोह के सरगना ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। अंकित और सोनिया आठवीं, जबकि ललित 12वीं पास है। अंजली की शिक्षा के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। आशंका जताई जा रही है कि आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के बाद आरोपियों ने कार समेत कई अन्य महंगी चीजें खरीदी हैं। पुलिस ने लोगों से इंटरनेट पर किसी भी व्यक्ति से सोच-समझकर और सावधानी से दोस्ती करने की अपील की है। नोएडा में पहले भी इस प्रकार के गिरोह का पर्दाफाश हो चुका है।