दिल्ली में नाइजीरियाई नागरिक समेत दो गिरफ्तार, 4 करोड़ की करीब 6,800 MDMA गोलियां जब्त
- गुप्त सूचना के आधार पर 14 नवंबर को गोल मार्केट में कालीबाड़ी अपार्टमेंट के पास से संतन गोस्वामी को 33 ग्राम प्रतिबंधित MDMA टैबलेट रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया और 6790 MDMA (एक्स्टसी) गोलियां बरामद करने के बाद एक नाइजीरियाई नागरिक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि जब्त की गई प्रतिबंधित ड्रग्स की कीमत करीब 4 करोड़ रुपए है।
अधिकारियों ने बताया कि MDMA के सप्लायर दिल्ली-एनसीआर में हैं, और इनकी सप्लाई चैनल हिमाचल और गोवा तक फैली हुई है। साथ ही, कुछ ड्रग्स के स्रोत राष्ट्रीय राजधानी में पाए गए हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संजय भाटिया ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर 14 नवंबर को गोल मार्केट में कालीबाड़ी अपार्टमेंट के पास से संतन गोस्वामी को 33 ग्राम प्रतिबंधित MDMA टैबलेट रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान उसने खुलासा करते हुए बताया कि वह दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहने वाले एक नाइजीरियाई नागरिक के निर्देश पर दिल्ली के मध्य भाग में टैक्सी चलाता था। अधिकारी ने बताया कि उसकी निशानदेही पर नाइजीरियाई नागरिक इकेचुक्वु को उसके घर से पकड़ा गया।
तलाशी के दौरान उसके किराए के घर से 6,790 एक्स्टसी टैबलेट वाले चार पार्सल बरामद किए गए। उन चार पार्सल पर ट्रैकिंग आईडी भी लगा मिला, जिसकी जांच की गई तो पता चला कि पार्सल विदेश से भेजे गए थे।
अधिकारी ने आगे बताया कि 8 साल पहले भारत आने वाले नाइजीरियाई नागरिक इकेचुक्वु ने एक अन्य विदेशी नागरिक फ्रैंक का भी नाम लिया, जिसके बारे में उसका दावा है कि वह उसका स्रोत है। अधिकारी के अनुसार भारत आने के बाद इकेचुक्वु शुरुआत में कोलकाता में रहता था इसके बाद वह फरीदाबाद और फिर छतरपुर चला गया। पुलिस ने बताया कि वह ड्रग सिंडिकेट का प्रमुख सदस्य था।
पुलिस ने अपने बयान में कहा कि क्राइम ब्रांच उन ड्रग तस्करों की तलाश कर रही है जो आम जनता के बीच ड्रग्स की तस्करी कर रहे हैं, साथ ही उन लोगों की भी तलाश कर रही है जिनका अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी नेटवर्क है। आगे की जांच जारी है।