दिल्ली में भाजपा सरकार का निकल गया मुहूर्त, शपथ स्थल का केजरीवाल से बड़ा कनेक्शन
- विधायक दल की बैठक आज आयोजित होने वाली थी जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री पर पर मुहर लग सकती थी। लेकिन अब यह बैठक बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख समय और जगह तय हो गई है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद के साथ 20 फरवरी को शपथ लेंगे। कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित होने की संभावना है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी शाम साढ़े चार बजे आयोजित हो सकता है। इसके भाजपा शासिज कई राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के टॉप नेता शामिल हो सकते हैं। इसी के साथ विधायक दल की बैठक को लेकर भी जानकारी दी गई है। यह बैठक आज आयोजित होने वाली थी जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री पर पर मुहर लग सकती थी। लेकिन अब यह बैठक बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
शपथ वाली जगह का केजरीवाल से क्या कनेक्शन
दिल्ली में भाजपा ने शपथ ग्रहण के लिए जिस जगह को चुना है उसका पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी बड़ा कनेक्शन है। रामलीला मैदान ही वह जगह है जहां अरविंद केजरीवाल ने अनशन कर दिल्ली की सियासत में कदम रखा था। इसी जगह से वह आंदोलनकारी से नेता बने और अब इसी जगह से भाजपा 26 साल बाद फिर सत्ता की थामेगी।
पहले आंदोलन, फिर पार्टी का ऐलान और सीएम पद की शपथ
साल 2011 में जब अन्ना हजारे ने जन लोकपाल बिल को लेकर प्रदर्शन शुरू किया तो धीरे-धीरे यह आंदोलन में बदल गया और उनके साथ कई लोग जुड़ गए जिनमें अरविंद केजरीवाल भी एक थे। इस आंदोलन के लिए रामलीला मैदान को ही चुना गया। बाद में इसी रामलीला मैदान से अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में एंट्री की। आंदोलन खत्म होने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी का ऐलान कर दिया। इसके बाद साल 2013 में चुनाव हुए और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 28 सीटों पर जीत कर कांग्रेस के साथ सरकार बनाई। इसके बाद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए भी इसी रामलीला मैदान को चुना था।
बता दें, भाजपा पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करके 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में आई है। भाजपा ने शानदार जीत के साथ दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के 10 साल के शासन को खत्म कर दिया। भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में से 48 पर जीत हासिल की।
मुख्यमंत्री पद के लिए कई नवनिर्वाचित विधायकों के नाम चर्चा में हैं। शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माने जाने वालों में प्रवेश वर्मा, भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय शामिल हैं। प्रवेश वर्मा ने विधानसभा चुनाव में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पराजित किया था। वह जाट बिरादरी से आते हैं। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में माना जा रहा है।
पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय सहित अन्य को भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी में कई नेताओं का मानना है कि राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की तरह भाजपा नेतृत्व नवनिर्वाचित विधायकों में से किसी एक पर दांव लगा सकता है।