New Noida : नया नोएडा बसाने को मास्टर प्लान 2041 लागू, NCR के 80 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित
दादरी और बुलंदशहर के 80 गांव की जमीन पर नया नोएडा बसाया जाना है। नोएडा प्राधिकरण ने चार गांव और न्यू नोएडा में जोड़ने की सिफारिश शासन से की, लेकिन इस पर अभी शासन स्तर पर विचार चल रहा है।
नए नोएडा का मास्टर प्लान 2041 प्रभावी हो गया है। इसके लिए शासन की मंजूरी के बाद नोएडा प्राधिकरण ने इसका प्रकाशन भी करवा दिया है। प्रकाशन एक तरह से सार्वजनिक सूचना होती है। अब नोएडा प्राधिकरण मौके पर काम शुरू करवा सकता है।
मास्टर प्लान प्रभावी होने के बाद अब पूरे क्षेत्र में भू-उपयोग मास्टर प्लान के हिसाब से ही लागू हो गया है। इसके साथ ही चिह्नित भू-उपयोग में कोई बदलाव भी नहीं हो सकेगा। बोर्ड बैठक में मंजूरी के बाद ही किसी तरह का बदलाव संभव होगा। दादरी और बुलंदशहर के 80 गांव की जमीन पर दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) बसाया जाना है। नोएडा प्राधिकरण ने चार गांव और न्यू नोएडा में जोड़ने की सिफारिश शासन से की, लेकिन इस पर अभी शासन स्तर पर विचार चल रहा है। मास्टर प्लान-2041 को स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने तैयार किया है।
बता दें कि, शासन ने शुक्रवार को बुलंदशहर और दादरी के करीब 80 गांवों की जमीन पर बनने वाले नए नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी थी। अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। जमीन अधिग्रहण के बाद लेआउट प्लान तैयार किया जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण ने इस साल 12 जनवरी को नए नोएडा के मास्टर प्लान को शासन की मंजूरी के लिए भेजा था। नया नोएडा 209.11 वर्ग किलोमीटर में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसके लिए 80 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसको चार फेज में पूरा किया जाएगा। वर्ष 2027 तक इसे 3165 हेक्टेयर जमीन में विकसित किया जाएगा। वर्ष 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया विकसित होगा।
6 लाख होगी नए शह की आबादी
209 वर्ग किलोमीटर बसने वाले नए नोएडा (डीएनजीआईआर) को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को मिलाकर बनाया गया है। इस शहर की आबादी छह लाख के आसपास होगी। डीएनजीआईआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रीक्रिएशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत प्रावधान किया गया है।