सीएम ममता ने दीघा मंदिर से धाम शब्द हटाया : मुख्य सेवादार
पश्चिम बंगाल में बन रहा है भगवान जगन्नाथ का मंदिर ‘धाम शब्द के इस्तेमाल

पश्चिम बंगाल में बन रहा है भगवान जगन्नाथ का मंदिर ‘धाम शब्द के इस्तेमाल पर पुरी धाम ने जताई थी आपत्ति भुवनेश्वर (ओडिशा), एजेंसी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने दीघा के जगन्नाथ मंदिर से धाम शब्द हटा दिया है। पड़ा। यह भगवान जगन्नाथ के 4.5 करोड़ भक्तों की जीत है। जगन्नाथ पुरी धाम के मुख्य सेवादार दैतापति भवानीदास महापात्र ने मंगलवार को यह बात कही। मुख्य सेवादार ने कहा कि विरोध के बाद पश्चिम बंगाल में बने रहे जगन्नाथ मंदिर के साइनबोर्ड में धाम शब्द की जगह मंदिर शब्द लिख दिया गया है। महापात्र ने कहा, ऐसा होना ही था। यह धर्म की जीत है।
ममता दीदी ने वहां से धाम शब्द हटा दिया। कहा कि आपने (ममता बनर्जी) जगन्नाथ मंदिर बनाया, आपने अच्छा काम किया, लेकिन इसे जगन्नाथ मंदिर लिखकर लिखिए, धाम नहीं लिख सकते। उन्होंने आगे कहा कि जगन्नाथ मंदिर दुनिया भर में स्थापित किए जा सकते हैं, लेकिन उन्हें पुरी में मंदिर प्रशासन द्वारा जारी किए गए अनुष्ठानों और दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि सेवायतों के लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी, जिसमें यह निर्दिष्ट किया जाएगा कि वे पुरी में जगन्नाथ मंदिर के बाहर कहां अनुष्ठान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दीघा में नवनिर्मित मंदिर में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के निर्माण में धारू कट्टा (पवित्र लकड़ी) का उपयोग नहीं किया गया था। दीघा में जगन्नाथ मंदिर में मूर्तियों के निर्माण के लिए केवल नीम की लकड़ी का उपयोग किया गया था। इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को पुरी में जगन्नाथ मंदिर और दीघा जगन्नाथ मंदिर सहित सभी धार्मिक संस्थानों का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया। झूठा आरोप लगाने वालों को सजा मिलनी चाहिए : ममता कोलकाता, एजेंसी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि जिन लोगों ने मुझ पर जगन्नाथ धाम से नीम की लकड़ी चोरी करने का झूठा आरोप लगाया है, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। मुर्शिदाबाद दौरे पर सुति में आयोजित एक समारोह में ममता ने कहा, उन्हें (आरोप लगाने वालों को) अपने कान पकड़कर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने मुझ पर पुरी के जगन्नाथ मंदिर से नीम की लकड़ी चोरी करने का आरोप लगाया। मैं क्यों चोरी करूंगी। क्या पश्चिम बंगाल में नीम के पेड़ों की कोई कमी है। मेरे घर में ही नीम के चार पेड़ खड़े हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की यह प्रतिक्रिया ओडिशा सरकार द्वारा यह स्वीकार किए जाने के कुछ ही घंटों बाद आई है कि पुरी के जगन्नाथ मंदिर की अतिरक्ति लकड़ी का इस्तेमाल पश्चिम बंगाल के दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर में मूर्तियों को बनाने में नहीं किया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।