आंखों की जांच से डिमेंशिया का पता लगेगा
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक नई एआई तकनीक विकसित की है, जो आंखों की स्कैनिंग के जरिए डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का शुरुआती पता लगा सकती है। शोध में पाया गया कि आंख की रक्त वाहिकाओं में बदलाव...

लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक नई एआई तकनीक विकसित की है। यह आंखों की स्कैनिंग के जरिए डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का शुरुआती पता लगा सकती है। क्वार्टज नामक यह तकनीक आंख की रक्त वाहिकाओं के आकार और घुमाव की जांच करके मस्तिष्क की सेहत का आकलन करती है।
‘अल्जाइमर एंड डिमेंशिया जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, सिटी सेंट जॉर्ज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 40 से 69 साल के 63 हजार लोगों की आंखों के स्कैन का अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि जिन लोगों की आंखों की रक्त वाहिकाएं संकरी थीं या असामान्य तरीके से मुड़ी हुई थीं, उनकी याददाश्त और बुद्धिमत्ता के परीक्षणों में कम स्कोर आए। वैज्ञानिकों के अनुसार, आंख की रक्त वाहिकाओं में बदलाव मस्तिष्क में रक्त की कमी के कारण हो सकता है, जो डिमेंशिया का शुरुआती संकेत हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह तकनीक अगले पांच साल में आम इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो सकती है, जिससे नियमित आंखों की जांच के दौरान डिमेंशिया का पता लगाना संभव होगा।
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