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देवी काली की मूर्ति तोड़ने वालों पर हो कार्रवाई : जमीयत

त्रिपुरा राज्य जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने और आगजनी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। संगठन ने पुलिस से पूछा कि गिरफ्तार लोगों को जमानत कैसे मिली। टिपरा...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 31 Aug 2024 11:06 PM
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उपद्रवियों ने देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने के साथ कई घरों में लगाई आग अगरतला, एजेंसी। त्रिपुरा राज्य जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने शनिवार को देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वाले उपद्रवियों और पश्चिम त्रिपुरा जिले में अपवित्र करने के बाद कई घरों में आग लगाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। संगठन ने इस बात पर भी निराशा व्यक्त की कि आगजनी में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों को जमानत मिल गई।

त्रिपुरा जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मुफ्ती तैयबुर रहमान ने कहा, शनिवार को हमने पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार से मुलाकात की। एसपी को ज्ञापन देकर देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने और आठ घरों में आग लगाने वालों को दंडित करने की मांग की गई है। रहमान ने कहा, हमने उन लोगों के लिए मुआवजे की भी मांग की, जिनके घर जलाए गए। वे एसपी से जानना चाहते हैं कि आगजनी के आरोप में गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को जमानत कैसे दी गई।

उन्होंने कहा, हमारी चिंता सुनने के बाद एसपी ने हमें अदालत जाने के लिए कहा, क्योंकि पुलिस का जमानत देने से कोई लेना-देना नहीं है। 26 अगस्त को दुर्गानगर में देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने के बाद उपद्रवियों के एक समूह ने कम से कम आठ घरों और 13 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने 26 अगस्त की घटना के सिलसिले में स्वतः संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। गुरुवार को एक स्थानीय अदालत ने गिरफ्तार लोगों को जमानत दे दी।

अपराधियों की गिरफ्तारी हो : देबबर्मा

टिपरा मोथा सुप्रीमो प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने भी दुर्गानगर में आठ घरों में आग लगाने के साथ-साथ मूर्ति काली को अपवित्र करने में शामिल सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है। देबबर्मा ने मीडिया से कहा, त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा देखी गई। जब भी हमारे यहां सांप्रदायिक हिंसा हुई, उसके पीछे राजनेता रहे- चाहे वह भाजपा हो, कांग्रेस हो या माकपा। गंडाचेरा और रानीरबाजार में हुई हिंसा का उदाहरण लें। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि काली की हत्या के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे कानून का सामना करना चाहिए। जिन समूहों ने आवासीय घर को आग लगाई है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कानून को अपना काम करने दें।

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