तेलंगाना सुरंग हादसा: बचाव कार्य में रोबोट का हो सकता है इस्तेमाल
तेलंगाना में सुरंग हादसे के 11 दिन बाद भी आठ लोग फंसे हुए हैं। बचाव दल को कोई जानकारी नहीं मिली है। सुरंग में कीचड़ और पानी के कारण दिक्कतें आ रही हैं। सरकार ने रोबोट की मदद लेने पर विचार किया है।...

नागरकुरनूल (तेलंगाना), एजेंसी। तेलंगाना सुरंग हादसे के 11वें दिन भी फंसे हुए आठ लोगों के बारे में बचाव दल को कोई जानकारी नहीं मिली है। सुरंग के अंदर भारी मात्रा में कीचड़ और पानी के कारण आ रही दिक्कतों के बीच राज्य सरकार बचाव अभियान में रोबोट की मदद लेने के विकल्प पर विचार कर रही है। वहीं, अधिकारियों के मुताबिक, क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट के शुरू होने के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी। एक अधिकारी ने बताया कि बचावकर्मी हर दिन तीन शिफ्टों में काम कर रहे हैं। मलबा हटाने और पानी निकालने की प्रक्रिया जारी है। क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट के शुरू होने के बाद सुरंग से कीचड़ और मलबे को निकालने में आसानी होगी।
श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग में 22 फरवरी से आठ लोग ( इंजीनियर और मजदूर) फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, भारतीय सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने कहा कि चल रहे बचाव प्रयासों में रोबोट को शामिल करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है क्योंकि बचावकर्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। रविवार को घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों से मुलाकात की। रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा था कि फंसे हुए आठ लोगों का सही स्थान अभी भी अज्ञात है और उनकी सरकार बचाव प्रयासों में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
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