Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीTeacher Transfer Process in Lucknow Delayed Again Amidst Growing Concerns

शिक्षकों का पारस्परिक ट्रांसफर फिर अधर में

- शिक्षण सत्र समाप्त होने में पांच माह बचे, अब तक पोर्टल ही नहीं खोला

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 26 Oct 2024 12:01 PM
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लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। शिक्षकों की पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया इस बार फिर से लटक सकती है। शिक्षण सत्र समाप्त होने में बमुश्किल पांच माह बचे हैं। इसके बावजूद पारस्परिक स्थानांतरण के आवेदन के लिए अब तक पोर्टल को खोला तक नहीं गया है।

पिछले वर्ष ही अन्त:जनपदीय पारस्परिक तबादले के लिए माह में पोर्टल के माध्यम से आवेदन लिए गए थे। और इस साल जनवरी में ऐसे पात्र करीब 20 हजार शिक्षकों का स्थानांतरण हो सका था। इस बार अब तक पोर्टल ही नहीं खोला जा सका है। शासनादेश के अनुसार एक शैक्षिक सत्र में दो बार पारस्परिक तबादले होंगे। पिछले वर्ष ग्रीष्मावकाश में शुरू की गई स्थानांतरण प्रक्रिया शीत अवकाश में जाकर पूरी हो सकी थी। ऐसे में शीत अवकाश में होने वाले तबादले के लिए अब तक आवेदन की प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण शीत अवकाश में स्थानांतरण प्रक्रिया के लटकने की आशंका व्यक्त की जाने लगी है। शिक्षकों की माने तो अन्त:जनपदीय तबादले हों या अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण दोनों कार्य बेसिक शिक्षा विभाग में बीरबल की खिचड़ी की तरह हो गई है जो तय समय पर पूरी नहीं होती।

पिछले साल दो सत्र में एक बार ही तबादला

पिछला अन्त:जनपदीय तबादला प्रक्रिया ग्रीष्म अवकाश के बाद जुलाई 2023 में शुरू हुई और जनवरी 2024 में पूरी होकर करीब 20 हजार शिक्षकों के तबादले की सूची जारी हुई। शासनादेश है कि शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण एक शैक्षिक सत्र में दो बार यानि ग्रीष्म अवकाश और शीत अवकाश के दौरान होगी। इस व्यवस्था के पीछे शैक्षिक सत्र के दौरान स्थानांतरण होने पर विद्यालीय शिक्षा व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंक़ा व्यक्त की गई थी जो उचित भी था। उक्त शासनादेश में यह भी प्रावधान किया गया है कि शिक्षकों द्वारा शैक्षिक सत्र के दौरान ऑनलाइन आवेदन कभी भी किये जाने का प्रावधान किया गया है लेकिन यथार्थ में ऐसा कुछ भी नहीं है। शीत अवकाश में तबादले के लिए 2024-25 में अब तक पोर्टल खोला नहीं गया है यह स्थिति तब है जबकि सत्र समाप्त होने में पांच माह बचे हैं और इन पांच माह में यह प्रक्रिया दो बार की जानी है।

शिक्षक लगातार कर रहे पोर्टल खोलने की मांग

पारस्परिक तबादले में शासन व विभागीय स्तर पर हो रही लापरवाही से शिक्षकों के साथ-साथ उनके संगठनों में भी काफी रोष है। उनकी मांग है कि पारस्परिक तबादला नीति का पूरी तरह से पालन होना चाहिए। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष निर्भय सिंह कहते हैं कि शासन स्तर से जिले के अंदर से वर्ष भर पारस्परिक स्थानांतरण की अनुमति होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के बहुत से शिक्षक प्रतिदिन 60 से 70 किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल जा रहे है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से जारी आदेश में जिले के अंदर पारस्परिक स्थानान्तरण के लिए पूरे शैक्षिक सत्र के दौरान आवेदन लेने की बात कही है शीत अवकाश व ग्रीष्म अवकाश में कार्यमुक्त की व्यवस्था है। ऐसे में अब आवेदन के लिए पोर्टल जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए।

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