जिंदगी फेसबुक लाइक और फॉलोअर्स से नहीं चलती: सुधा मूर्ति
प्रसिद्ध लेखिका सुधा मूर्ति ने कहा कि युवा वर्ग टचस्क्रीन सिंड्रोम से प्रभावित है और पल भर की प्रसिद्धि के पीछे भागता है। उन्होंने स्नातकों से आग्रह किया कि वे जिज्ञासा विकसित करें, गलतियों से सीखें...
अहमदाबाद, एजेंसी। प्रसिद्ध लेखिका और राज्यसभा सदस्य सुधा मूर्ति ने शनिवार को कहा कि पूरी दुनिया टचस्क्रीन सिंड्रोम से प्रभावित है और आजकल युवा वर्ग में पल भर की प्रसिद्धि और पैसे की चाहत बढ़ रही है, लेकिन ये टिकाऊ नहीं है। उन्होंने कहा कि जिंदगी फेसबुक लाइक-डिस्लाइक या फॉलोअर्स और इंफ्लूअर्स से नहीं चलती। एक निजी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सुधा मूर्ति ने स्नातकों से आग्रह किया कि वे पल भर की प्रसिद्धि के पीछे न भागें, बल्कि जिज्ञासा विकसित करें और गलतियों से सीखें। साथ ही नैतिक और कानूनी रूप से नई चीजों को आजमाएं। उन्होंने कहा कि आप स्क्रीन को छूते हैं, आपको कुछ मिलता है, आप खेलते या पढ़ते हैं। स्क्रीन को छूते हैं, आपको उत्तर मिलता है। आप सभी को लगता है कि जीवन एक टचस्क्रीन है लेकिन, यह सच नहीं है।
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