कर्नाटक : नक्सलियों द्वारा जंगल में छोड़े गए हथियार और गोला-बारूद बरामद
-बुधवार को छह नक्सलियों ने सरकार के सामने किया था आत्मसमर्पण -चिकमगलुरु में कर्नाटक : नक्सलियों द्वारा जंगल में छोड़े गए हथियार और गोला-बारूद बरामद
-बुधवार को छह नक्सलियों ने सरकार के सामने किया था आत्मसमर्पण -चिकमगलुरु में शक्रवार रात बरामद हुए हथियार, पुलिस कर रही जांच
चिक्कमगलुरु (कर्नाटक), एजेंसी। कर्नाटक पुलिस ने यहां के पास के एक जंगल से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है। पुलिस का मानना है कि ये हथियार हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों द्वारा छोड़े गए हैं। पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। चिकमगलुरु के पुलिस अधीक्षक विक्रम अमाथे ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एसपी ने कहा कि हथियार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों द्वारा छोड़े गए थे या नहीं, यह जांच का विषय है। बुधवार शाम को बेंगलुरु में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के गृह कार्यालय ‘कृष्णा में उनकी मौजूदगी में छह नक्सलियों ने सरकार के सामने आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण करने वालों में शृंगेरी से मुंडागरु लता, कलसा से वनजाक्षी बालेहोले, दक्षिण कन्नड़ से सुंदरी कुटलुरु, कर्नाटक के रायचूर से मारेप्पा अरोली शामिल हैं। अन्य दो तमिलनाडु के वेल्लोर से वसंत के और केरल के वायनाड से एन जीशा हैं।
कोप्पा तालुक वन क्षेत्र में मिले हथियार :
एसपी विक्रम अमाथे ने बताया, शुक्रवार रात पुलिस सब-इंस्पेक्टर को हथियार और गोला-बारूद रखे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद वह और उनकी टीम ने बताए गए स्थान पर तलाशी के बाद हथियार बरामद किए। यह असलहा कोप्पा तालुक के किट्टालेगुली के वन क्षेत्र में जब्त किया गया। इसमें एक एके-56 राइफल, तीन .303 हथियार, एक 12 बोर एसबीबीएल बंदूक, एक देशी पिस्तौल और संबंधित 176 गोला-बारूद शामिल हैं। शुक्रवार देर रात जयापुरा पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट 1959 की धारा 3,7,25(1बी) और 25(1ए) के तहत मामला दर्ज किया है। सीपीआई कोप्पा मामले की विस्तृत जांच करेंगे।
नक्सलियों को न्यायिक हिरासत में भेजा :
एसपी ने कहा, सरेंडर करने वाले नक्सलियों के खिलाफ कई मामले हैं। अभी कानूनी प्रक्रिया चल रही है, उसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में लिया जाएगा। आत्मसमर्पण के बाद उन्हें बेंगलुरु की विशेष एनआईए अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वे वर्तमान में बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार परिसर में बंद हैं। सीएम सिद्धरमैया ने शुक्रवार को कहा था कि अधिकारियों को पता है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के हथियार कहां रखे गए हैं। उचित प्रक्रिया के बाद उन्हें बरामद किया जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने अपने हथियार नहीं सौंपे हैं। पुलिस जंगल से उन्हें खोजने और बरामद करने के लिए काम कर रही है।
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