अमेरिकी मध्यस्थता की अनुमति क्यों दी गई, स्पष्ट करें : शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने केंद्र सरकार से अमेरिका द्वारा भारत-पाकिस्तान मुद्दों पर मध्यस्थता के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी...

मुंबई, एजेंसी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने सैन्य टकराव की पृष्ठभूमि में भारत और पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर अमेरिका द्वारा की गई 'मध्यस्थता' पर सोमवार को केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा। कांग्रेस और अन्य पार्टियां पहलगाम आतंकी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद के विभिन्न घटनाक्रमों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही हैं, जबकि पवार ने सर्वदलीय बैठक बुलाने का समर्थन किया। पवार ने संवाददाताओं से कहा, यह पहली बार है कि किसी अमेरिकी प्राधिकारी ने हमारे घरेलू मुद्दे के बारे में सार्वजनिक रूप से बात की है, जो अच्छा नहीं है।
पवार ने कहा कि शिमला संधि भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच एक विशिष्ट समझौता है, जिसमें कहा गया है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच के मुद्दों में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं होगा। पवार ने कहा कि हम किसी तीसरे देश को बीच में कैसे आने दे सकते हैं? पवार ने इस बात पर जोर दिया कि वह पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद के घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह एक संवेदनशील मामला है और सभी बातों का खुलासा नहीं किया जा सकता। कुछ चीजों को गोपनीय रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि सर्वदलीय बैठक बुलाना बेहतर होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।