Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीRising Gold Prices Drive People to Melt Old Jewelry for New Purchases

सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी, शादियों का खर्च बढ़ा

सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण लोग पुरानी ज्वेलरी को पिघलाकर या बदलकर नई ज्वेलरी खरीदने को मजबूर हैं। वर्तमान में 24 कैरेट सोने की कीमतें 82 हजार रुपये के पार पहुंच चुकी हैं। इस स्थिति में विशेषकर...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 24 Nov 2024 03:44 PM
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- कीमतों में बढ़ोतरी के बीच बड़ी संख्या में लोग पुराने ज्वेलरी को पिघलाकर या बदलकर नई ज्वेलरी खरीद रहे - मौजूदा वक्त में 24 कैरेट सोने की कीमतें 82 हजार से पार, आने वाले समय में कीमतों में ओर तेजी आने के आसार

नई दिल्ली। विशेष संवाददाता

सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। 24 कैरेड सोने की कीमतें 82 हजार के पार पहुंच चुकी हैं। कीमतों में बढ़ोतरी की असर उन परिवारों की जेब पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है, जिनके घरों में आने वाले कुछ महीनों में शादी होनी है। सोने की कीमतों में आई तेजी के चलते शादी के लिए निर्धारित बजट का बड़ा हिस्सा ज्वेलरी खरीदने पर खर्च हो रहा है। ऐसी स्थिति में लोग अपनी पुरानी ज्वेलरी को पिघलाकर नई ज्वेलरी तैयार कराने या फिर हल्के वजव वाली नए डिजाइन की ज्वेलरी को खरीदने जैसे विकल्पों को अपना रहे हैं।

बीते करीब डेढ़ वर्ष से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही है। जुलाई 2023 में सोने की कीमतें 59 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर थी लेकिन उसके बाद से लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली। इस वर्ष जुलाई में 74 हजार रुपये के स्तर तक पहुंची थी लेकिन वित्तीय वर्ष 2024-25 के आम बजट में सरकार ने सोने पर आयात शुल्क में कटौती का फैसला लिया, जिसके बाद अचानक से कुछ दिनों के अंदर सोने की कीमतों में सात हजार रुपये तक की नरमी देखी गई। उस वक्त कीमतें 67400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक आ गई थी लेकिन अगस्त के अंत से लगातार कीमतों में तेजी देखी जा रही है। इसके पीछे कई कारण है, जिनमें सबसे बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर दो क्षेत्रों में युद्ध के बीच आर्थिक रूप से अनिश्चितता का खतरा है। ऐसे में निवेशक सोने में शेयर बाजार समेत अन्य निवेश विकल्पों में से पैसा निकालकर सोने में लगा रहे है। दूसरे दुनिया के कई देशों में सोने की खदानों में उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिससे मांग के अनुरुप सोने की उपब्धता सीमित होने से भी कीमतों में उछाल आ रहा है, लेकिन इन सब की कीमत अब उन परिवारों को मोटी रकम खर्च करके चुकानी पड़ रही है, जिनमें शादी होनी है।

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मध्यवर्ग के लोग पुराना सोना पिघलाकर बनवा रहे नई ज्वेलरी

सोने की कीमतों में भारी तेजी का असर सबसे ज्यादा मध्यवर्ग की जेब पर पड़ रहा है। दिल्ली चांदनी चौक में ज्वेलर सुशील जैन कहते हैं कि सोने की कीमतों में तेजी आने के बाद बड़ी संख्या में ऐसे ग्राहक आ रहे हैं जो अपने लड़की या लड़के की शादी में देने के लिए ज्वेलरी बनवा रहे हैं तो कुछ मात्रा में नई ज्वेलरी खरीद रहे हैं तो बाकी अपनी पुरानी ज्वेलरी को देकर उसे पिघलाकर नई ज्वेलरी तैयार करा रहे हैं या फिर उसके बदले में नई डिजाइन की ज्वेलरी खरीद रहे हैं। सामान्य तौर पर कोई भी परिवार शादी में देने के लिए पांच से 10 तोले की ज्वेलरी तो बनवाता ही है। अब नई ज्वेलरी लेते हैं तो उस पर मौजूदा कीमतों के साथ पांच से सात प्रतिशत का मेकिंग चार्ज भी लगता है। ऐसे में अगर आज की तारीख में 20 या 22 कैरेट ज्वेलरी भी कोई व्यक्ति खरीदता है तो उसे 82-84 हजार के आसपास जाकर पड़ती है। 10 तोले भी खरीदता है तो करीब आठ से नौ लाख रुपया सिर्फ ज्वेलरी खरीदने पर खर्च हो जाती है। एक प्राइवेट ज्वेलरी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि देश भर के बड़े शहरों में हमारे शोरूम हैं, जिन पर अब पुराने ज्वेलरी के बदले नई ज्वेलरी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ गई है। क्योंकि सोने की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से बचने के लिए पुराने ज्वेलरी को बदलना पसंद कर रहे हैं।

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भारत में सोने की खरीद की स्थिति

प्रतिवर्ष सोने की खरीद - करीब 800 हजार टन (वर्तमान)

प्रतिवर्ष सोने की खरीद पर खर्च - 3.6 से 4.0 लाख करोड़ रुपये

वर्ष 2020 में खपत - 445 (कोरोना के बाद लगातार बढ़ी खपत)

भारतीयों के पास 80 प्रतिशत सोना ज्वेलरी के तौर पर।

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