खेल : पंत की पारी से रोमांचक मोड़ पर मैच
शोल्डर : ऋषभ ने सिडनी में टी-20 अंदाज में बल्लेबाजी कर खेली ताबड़तोड़ अर्धशतकीय, 61 रन बनाकर टीम की पारी को संभाला
शोल्डर : ऋषभ ने सिडनी में टी-20 अंदाज में बल्लेबाजी कर खेली ताबड़तोड़ अर्धशतकीय पारी, टीम इंडिया ने 145 रन की बढ़त बनाई, दूसरे दिन कुल 15 विकेट गिरे जो तेज गेंदबाजों ने झटके सिडनी, एजेंसी। पिछले चार मैचों में रन बनाने के लिए जूझ रहे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज सिडनी में पूरी तरह से रंग में लौट आए हैं। पहली पारी में 40 रन बनाने के बाद उन्होंने दूसरी पारी में टी-20 अंदाज में बल्लेबाजी कर मैच को रोमांचक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 33 गेंद में 61 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने आठ पारियों के बाद पचासा जड़ा। इससे भारतीय टीम ने पांचवें और अंतिम टेस्ट में शनिवार को दूसरी पारी में छह विकेट पर 141 रन बनाकर 145 रन बढ़त बना ली है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर रवींद्र जडेजा आठ और वाशिंगटन सुंदर छह रन बनाकर क्रीज पर हैं।
पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही है। इसका सबूत दूसरे दिन गिरे 15 विकेट हैं जो सभी तेज गेंदबाजों के खाते में गए। अभी मैच में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा है लेकिन जिस तरह की परिस्थितियां हैं उन्हें देखते हुए उसके लिए लक्ष्य तक पहुंचना आसान नहीं होगा। तीसरे दिन भारतीय पुछल्ले बल्लेबाज जितने रन जोड़ेंगे वह उसके लिए फायदेमंद होंगे। अगर भारतीय टीम 200 के करीब का लक्ष्य देने में कामयाब रही तो फिर कंगारुओं का एक दशक बाद बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीतने का इंतजार और बढ़ सकता है। भारत को अगर लक्ष्य का बचाव करना है तो बुमराह का पूरी तरह से फिट होना जरूरी है।
पंत ने छुड़ाए स्टार्क के छक्के : पंत ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करके दिखाया कि इस विकेट पर रन बन सकते हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को बैकफुट पर भेज दिया था। उनकी तूफानी पारी में छह चौके और चार छक्के शामिल हैं। मिचेल स्टार्क की लगातार गेंद पर लगाए गए उनके छक्के दर्शनीय थे। उनकी इस पारी ने टीम को दूसरी पारी में शर्मसार होने से बचा दिया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस को मजबूर होकर सीमा रेखा के पास क्षेत्ररक्षक लगाने पड़े। कमिंस ने ही पंत को विकेट के पीछे कैच करा कर अपनी टीम को राहत दिलाई।
कोहली फिर फ्लॉप : सीम और उछाल लेती पिच पर पंत को छोड़ अन्य भारतीय बल्लेबाज एक बार फिर संघर्ष करते नजर आए। इस मुश्किल विकेट पर कोहली (6) और शीर्ष क्रम के उनके साथी बल्लेबाजों के लिए बोलैंड (42/4) का सामना करना मुश्किल रहा। कोहली ने सीरीज में लगातार आठवीं बार ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर अपना विकेट गंवाया। उन्होंने बोलैंड की गेंद पर स्लिप में कैच दिया। इससे उनके टेस्ट भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। बोलैंड ने इससे पहले राहुल (13) और यशस्वी (22) को भी पेवेलियन की राह दिखाई थी।
वेबस्टर का पदार्पण में पचासा : सुबह ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी नौ रन पर एक विकेट से आगे बढ़ाई। भारतीय तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जमने नहीं चलने दिया और 51 ओवर में 181 रन ढेर कर दिया। इससे भारतीय टीम को चार रन की बढ़त मिली। ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला टेस्ट खेल रहे ब्यू वेबस्टर ने अपना चयन सही साबित करते हुए सर्वाधिक 57 रन बनाए। उन्होंने स्मिथ (33) के साथ पांचवें विकेट के लिए 57 रन जोड़े। प्रसिद्ध और सिराज ने तीन-तीन जबकि बुमराह और नितिश ने दो-दो विकेट चटकाए।
बाक्स
बुमराह की पीठ में ऐंठन
कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह चोट के कारण एहतियाती स्कैन (जांच) कराने के बाद ड्रेसिंग रूम में लौट आए हैं। उन्हें लंच के बाद सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी करने के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा था। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा शनिवार को कहा, उनकी पीठ में ऐंठन है। मेडिकल टीम उनकी निगरानी कर रही है। जब मेडिकल टीम हमें कोई जानकारी देगी तभी इस बारे में कुछ पता चलेगा। इस टेस्ट में बुमराह की गेंदबाजी भारत के लिए काफी अहम होगी। बुमराह कुल मिलाकर तीन घंटे और 20 मिनट तक मैदान से दूर रहे। उनकी अनुपस्थिति में कोहली ने टीम का नेतृत्व किया। बुमराह इससे पहले पीठ के निचले हिस्से में चोट के कारण 2022 और 2023 के बीच लगभग एक साल तक क्रिकेट से बाहर रहे थे।
---------------------
वैल्यू एडीशन
बुमराह ने बेदी का रिकॉर्ड तोड़ा
बुमराह सीरीज में अब तक 32 विकेट चटका चुके हैं। यह किसी भारतीय गेंदबाज का एक विदेशी सीरीज में सर्वाधिक विकेट का रिकॉर्ड है। बुमराह ने दिग्गज बिशन सिंह बेंदी (31 विकेट, बनाम ऑस्ट्रेलिया 1977-78) का 47 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा।
200 से कम स्कोर
सिडनी में 25 साल बाद दोनों टीमों ने पहली पारी में 200 से कम स्कोर बनाया। इससे पहले 1980 में ऑस्ट्रेलिया 123 और इंग्लैंड 145 पर ढेर हो गया था। वहीं मौजूदा टेस्ट सहित यह सिर्फ नौवां मौका है जब दोनों टीमें दो सौ से पहले आउट हुईं।
कमिंस के बाद बोलैंड
बोलैंड सिडनी में किसी मैच की दोनों पारियों में चार-चार विकेट लेने वाले 2001 के बाद दूसरे तेज गेंदबाज हैं। उनसे पहले 2018 में पैट कमिंस ने इंग्लैंड के ख़िलाफ ऐसा किया था।
वेबस्टर छठे खिलाड़ी
वेबस्टर टीम का कम स्कोर होने के बाद अपने पहले ही टेस्ट में छठे या निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक जड़ने वाले छठे खिलाड़ी हैं। वह जब बल्लेबाज़ी करने आए तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 39 रन था। इस सूची में इंग्लैंड के चार्ली एब्सलोम शीर्ष पर हैं। वह 1879 में जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने तब टीम को स्कोर सात विकेट पर 26 रन था।
दसवीं बार दोहरे अंक तक नहीं पहुंचे कोहली
इस सत्र में दसवीं बार कोहली दहाई के आंकड़े को नहीं छू पाए जो शीर्ष सात बल्लेबाजों का एक सत्र में संयुक्त सबसे खराब प्रदर्शन है। रोहित भी 2024-25 में दस बार दोहरे अंक तक नहीं पहुंचे। कोहली का इस सीरीज़ में बल्लेबाज़ी औसत 23.75 रहा जो किसी भी टेस्ट सीरीज में नाबाद शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ का तीसरा सबसे कम औसत है। इससे कम औसत ऑब्रे फॉल्कनर का था (19.40), जो 1912 की त्रिकोणीय सीरीज़ में था।
------
-29 गेंदों में पंत ने अर्धशतक पूरा किया जो भारत के लिए दूसरा सबसे तेज पचासा है
भारत के पांच सबसे तेज अर्धशतक
गेंद खिलाड़ी बनाम स्थान वर्ष
28 पंत श्रीलंका बेंगलुरु 2022
29 पंत ऑस्ट्रेलिया सिडनी 2025
30 कपिल पाकिस्तान कराची 1982
31 शार्दुल इंग्लैंड द ओवल 2021
31 यशस्वी बांग्लादेश कानपुर 2024
-------------------------
नंबर गेम
-16 रन यशस्वी ने स्टार्क के पारी के पहले ही ओवर में चार चौकों से बनाए जो शुरुआती ओवर में किसी भारतीय बल्लेबाज के रिकॉर्ड रन हैं
-60 रन पंत ने अपनी पहली 30 गेंद में बटोरे जो एक पारी में दूसरे सर्वाधिक है। रिकॉर्ड के पाक मिस्बाह (65 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2014) के नाम है
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।