खेल : पंत साबित हो सकते हैं तुरुप का इक्का
ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी का जादू बिखेरने को तैयार हैं। पिछले दौरे में उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। पंत की तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ बेखौफ...
शोल्डर : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में खूब बोलता है इस विकेटकीपर बल्लेबाज का बल्ला, पेसरों के खिलाफ करते हैं बेखौफ बल्लेबाजी हिन्दुस्तान ब्यूरो, नई दिल्ली। तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक और खुलकर खेलने वाले ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के लिए एक बार फिर से तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। पिछले दौरे में कंगारुओं का उनके घर में गुरूर तोड़ने में इस भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने अहम भूमिका निभाई थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह खूब रन बनाते हैं। लाल गेंद के क्रिकेट में करियर की सबसे बड़ी पारी (159 नाबाद) कंगारुओं के खिलाफ उसी के घर पर खेली थी।
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा और कप्तान पैट कमिंस भी मान चुके हैं कि पंत भारत के लिए एक्स फैक्टर साबित होगा। पर्थ में 22 नवंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट में कप्तान रोहित और शुभमान गिल की गैरमौजूदगी में पंत पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में पंत टीम इंडिया के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। अन्य बल्लेबाज यहां कीवियों के सामने जूझते नजर आए वहीं पंत ने बेधड़क होकर उनका सामना किया।
दममदार वापसी : भयावह दुर्घटना का शिकार होने के बाद बाएं हाथ के 27 साल के इस बल्लेबाज ने धमाकेदार वापसी की है। उनकी बल्लेबाजी देखकर लगा ही नहीं कि वह कभी मैदान से दूर रहे हों। उन्होंने वापसी के बाद पहला टेस्ट चेन्नई में सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ खेला। इसमें पहली पारी में 39 रन बनाने के बाद दूसरी में 109 रन की बेखौफ पारी खेल डाली। न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में वह एक रन से शतक से चूक गए। अंतिम और तीसरे टेस्ट में मुंबई में तो वह अकेले टीम को क्लीन स्वीप से बचाने में डटे रहे। दोनों पारियों में उन्होंने अर्धशतक जड़े पर टीम को जीत नहीं दिला सके। दोनों पारियों में उनका स्ट्राइक रेट 101 से ज्यादा रहा।
स्पिनरों के खिलाफ भी : पंत तेज गेंदबाजों के खिलाफ ही नहीं स्पिनरों के खिलाफ भी खेलने में महारथ हासिल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में जहां अन्य भारतीय फिरकीबाजों के खिलाफ धराशायी हो रहे थे वहीं पंत उनकी गेंदों को सीमा रेखा के बाहर भेज रहे थे। वह कीवी स्पिनरों के खिलाफ पांच पारियों में तीन बार आउट हुए। हालांकि इस दौरान उन्होंने 66 की औसत से 198 रन भी इनके खिलाफ बनाए।
गाबा की वह पारी : पिछली बार पंत के दम पर ही टीम इंडिया ने कंगारुओं को पटखनी दी थी। भारत ने चार मैचों की सीरीज सीरीज 2-1 से जीती थी। ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में चौथे और अंतिम टेस्ट में उनकी 89 रन की नाबाद पारी की गूंज अब तक कंगारुओं को भूली नहीं होगी। उनकी इस पारी से भारत ने 328 रन का विशाल लक्ष्य सात विकेट खोकर हासिल कर लिया था।
बाक्स
बनेंगे तीन हजारी
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान पंत टेस्ट में तीन हजार रन भी पूरे कर सकते हैं। वह इससे 307 रन दूर हैं। वह अब तक 38 मैचों की 66 पारियों में 44.14 की औसत से छह शतकों और 14 अर्धशतकों से 2693 रन बना चुके हैं। इस दौरान पर टेस्ट में तीन सौ चौके भी पूरे करेंगे। इससे वह चार दूर हैं।
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दुर्घटना से वापसी के बाद पंत
टेस्ट पारियां रन सर्वोच्च औसत 50/100
5 10 422 109 46 3/1
ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन
मैच रन सर्वोच्च औसत 50/100
7 624 159* 62.40 2/1
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नंबर गेम
-21 महीने के बाद मैदान पर वापसी की भी भयावह सड़क दुर्घटना के बाद पंत ने
-650 रन इस सत्र में सभी प्रारूपों के 16 मैचों में 36.11 की औसत से बनाए
-62.40 की औसत से रन बनाए हैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में जो टेस्ट खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ सर्वाधिक है
-28 शिकार भी विकेट के पीछे कंगारुओं के खिलाफ किए हैं जो इंग्लैंड (46) के बाद दूसरे सबसे ज्यादा हैं
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बुमराह बिल्ली की तरह दबे पांव कर जाते हैं कमाल : ब्रेट
पर्थ, एजेंसी। भारत के खिलाफ श्रृंखला से पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने उन्हें एक्स फैक्टर कहा तो पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा कि बिल्ली की तरह दबे पांव आकर कमाल कर जाते हैं। बुमराह शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे पहले टेस्ट में भारत की कप्तानी करेंगे। स्थानीय मीडिया के अनुसार सत्तर के दशक में वेस्टइंडीज तेज आक्रमण के स्वर्णिम दौर के बाद पहली बार किसी तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भयाक्रांत कर दिया है। बुमराह ने पिछले दो टेस्ट दौरों पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 विकेट लिए थे। इसमें 2018 बॉक्सिंग डे टेस्ट पर लिए गए छह विकेट शामिल हैं।
हेड ने कहा, उसका सामना करना नामुमकिन जैसा है। आपको लगता है कि आप एक कदम आगे हैं लेकिन हमेशा वह आपसे एक कदम आगे निकलता है। खेल के किसी भी प्रारूप में वह अद्भुत है। वह एक्स फैक्टर है और हर मैच में छाप छोड़ने वालों में से है। बड़े मैचों में आपको बड़े खिलाड़ी चाहिए और वह सबसे बड़ा है। वह बल्लेबाजों की परेशानी का सबब बनने वाला है।
बुमराह का गेंदबाजी एक्शन पारंपरिक नहीं है। ब्रेट ली ने मजाकिया अंदाज में कहा, वह बिल्ली की तरह दबे पांव आता है। ओपनर उस्मान ख्वाजा ने कहा, जब मैंने पहली बार बुमराह का सामना किया तो मुझे लगा कि अरे यह अचानक कहां से आ गया। उसके एक्शन और गेंद छोड़ने के तरीके की वजह से वह थोड़ा जल्दी आता है। मिचेल जॉनसन की तरह। स्टीव स्मिथ ने कहा, उसका एक्शन थोड़ा अलग है। उसकी आदत बनाने में समय लगता है। हमने उसके खिलाफ इतना खेल लिया है लेकिन अभी भी उसके सामने लय पकड़ने में समय लगता है।
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बल्लेबाजी स्टांस में बदलाव से फॉर्म में लौटे कैरी
पर्थ। भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले अपने बल्लेबाजी स्टांस में थोड़ा बदलाव करने से ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी जबर्दस्त फॉर्म में लौट आए हैं। उन्होंने कहा, मैंने मामूली सा बदलाव किया है लेकिन इसका फायदा मिल रहा है। जब आप खेलते रहते हैं तो आपको कई चीजों पर काम करने का मौका नहीं मिलता। मैंने खाली समय में इस पर काम किया और अब बहुत अच्छा लग रहा है। मैं बल्ले को थोड़ा ऊपर से पकड़ रहा हूं। इससे रिएक्शन के लिए ज्यादा समय मिल रहा है।
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