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रेलवे अफसर मिलिट्री ट्रेनों की जानकारी साझा नहीं करें : रेलवे बोर्ड

रेलवे बोर्ड ने अधिकारियों और कर्मचारियों को मिलिट्री स्पेशल ट्रेन परिचालन की जानकारी अनधिकृत लोगों से साझा न करने की सलाह दी है। पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव सक्रिय हैं और ऐसा करना राष्ट्रीय सुरक्षा...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 8 May 2025 09:16 PM
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रेलवे अफसर मिलिट्री ट्रेनों की जानकारी साझा नहीं करें : रेलवे बोर्ड

नई दिल्ली, अरविंद सिंह। रेलवे बोर्ड ने अफसरों और कर्मचारियों को मिलिट्री स्पेशल ट्रेन परिचालन से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी अनधिकृत लोगों से साझा नहीं करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें उल्लेख है कि पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) सक्रिय हैं। अति गुप्त जानकारी साझा करना न सिर्फ भारतीय सेना की सुरक्षा को खतरे में डालना होगा बल्कि इस कृत्य को राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लघंन माना जाएगा। ऐसे अफसर-कर्मचारी को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों (एमआईएल रेल) को बार्डर की ओर रवाना किया जा रहा है।

उक्त ट्रेनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी एजेंट छद्म नाम से फोन कर रेल अफसरों-कर्मचारियों से मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों की जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगे। एडवाइजरी में स्पष्ट कहा गया है कि रेल अफसर-कर्मचारी रेलवे के मिलिट्री विंग, जोकि मिलिट्री स्पेशल ट्रेन परिचालन में शामिल हैं, उनको ही उक्त ट्रेनों की जानकारी देंगे। यदि कोई अनधिकृत व्यक्ति मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों अथवा सैन्य गतिविधियों की जानकारी मांगता तो उसे किसी भी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की जाएगी। आपातकाल अथवा युद्ध की स्थिति होने पर भारतीय रेल मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों (एमआईएल) को चलाता है। इसके लिए रेलवे बोर्ड में मिलिट्री विंग है। मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों को उक्त विंग ही चलाता है। रेलवे बोर्ड से संयुक्त सचिव स्तर के अफसर इसके मुखिया होते हैं। भारतीय रेल ट्रैफिक सर्विस (आईआरटीएस) के इस अधिकारी का काम बार्डर तक चलने वाली मिलिट्री स्पेशल ट्रेनों को चलाना होता है। जबकि ट्रेन कब, कहां, किस रूट से चलेगी यह सेना के अधिकारी तय करते हैं। मिलिट्री ट्रेनों को चलाने का कार्य रेलवे बोर्ड के बजाए रक्षा भवन से किया जाता है।

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