ब्रिटेन में भारतीयों छात्रों, प्रवासी संगठनों ने विरोध मार्च निकाला
- पार्लियामेंट स्क्वायर पर मोमबत्तियां जलाकर डॉक्टर के लिए न्याय मांगा लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन
लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन में भारतीय छात्रों, धर्मार्थ संस्थाओं और प्रवासी संगठनों ने कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया। पार्लियामेंट स्क्वायर पर इकट्ठा हुए सैकड़ों लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की। महिला संगठनों ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर और ब्रिटेन के कई अन्य शहरों में गुरुवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट शांति मार्च आयोजित किया। इस दौरान लोग हाथों में तख्तियां लिए थे और उन्होंने महिलाओं के सम्मान और सशक्तीकरण का आह्वान किया।
एकजुटता का आह्वान
मेडिकोज वूमेन चैरिटी की डॉ. दीप्ति जैन ने कहा कि हमें पूरे विश्व से भारी समर्थन मिला है। इससे यह साबित होता है कि अब समय आ गया है कि हम जागरूक हों और अपने व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठें तथा सभी लोग इस मुद्दे को लेकर एकजुट हों।
कई शहरों में प्रदर्शन
ब्रिटेन स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की चिकित्सक ने कहा, ये शांतिपूर्ण प्रदर्शन हमारी इकाइयों द्वारा इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के कई शहरों में एक ही समय में आयोजित किए जा रहे हैं, जबकि बेलफास्ट और डबलिन में सप्ताहांत में प्रदर्शन किए जाएंगे। हमने अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया की वैश्विक इकाइयों को भी इसमें शामिल किया है, जो हमारे साथ शांति सभाएं कर रही हैं।
मार्च भी निकाला
‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया- यूनाइटेड किंगडम (एसएफआई-यूके) ने भी बुधवार को लंदन रोड से लिवरपूल के सिटी सेंटर तक मार्च निकालकर घटना पर विरोध जताया। लिवरपूल विश्वविद्यालय के छात्र रौनक भट्टाचार्य ने कहा कि कोलकाता से लिवरपूल तक हम न्याय और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खड़े होंगे। एसएफआई-यूके समिति के सदस्य आर. रामकृष्णन ने कहा कि हम इस जघन्य अपराध के जिम्मेदार लोगों के लिए तत्काल और कठोर सजा की मांग करते हैं।
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