जिसे कोई नहीं पूछता, उसे मोदी पूजता है : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 6600 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। एक करोड़ लोग वर्चुअल तरीके से...
- नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित किया 6600 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
01 करोड़ लोग वर्चुअल तरीके से समारोह से जुड़े
28 राज्यों के सौ जिलों के लोगों ने लिया इसमें हिस्सा
भवेश चंद
बल्लोपुर (जमुई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किया जिसे कोई नहीं पूछता है उसे मोदी पूजता है। आजादी के बाद दशकों तक उपेक्षित रहे आदिवासियों के उत्थान के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। केंद्र की एनडीए सरकार जनजातियों की पढ़ाई, कमाई और दवाई का इंतजाम कर रही है। पिछले दस सालों में जनजाति कल्याण के बजट को पांच गुना तक बढ़ा दिया गया है।
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुक्रवार को जमुई के बल्लोपुर में राष्ट्रीय समारोह का आयोजन किया गया। इसमें 28 राज्यों के सौ जिलों से करीब एक करोड़ लोग वर्चुअल तरीके से जुड़े। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने 6600 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
आदिवासी समाज ने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज के योगदान को सम्मान देने की जरूरत है। इस समाज ने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया है। संस्कृति और आजादी की लड़ाई का नेतृत्व किया है। इस योगदान को मिटाने के लिए स्वार्थभरी राजनीति हुई। एक दल और एक परिवार को आजादी दिलाने का श्रेय देने के लिए यह राजनीति की गई।
मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने आदिवासियों को सम्मान देने का काम किया है। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सबसे पहले जानजातीय मामलों का अलग मंत्रालय बनाया था।
आदिवासी परंपराओं से सशक्त-समृद्ध होगा देश
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए का मानक अलग है। एनडीए का सौभाग्य है कि द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाने का अवसर दिया। मुर्मु जब झारखंड की राज्यपाल थीं, तभी उन्होंने आदिवासियों के कल्याण के लिए विशेष योजना की जरूरत बताई थी। उनकी सलाह पर ही 24,000 करोड़ की प्रधानमंत्री जनमन योजना एक साल पहले लाई गई। आदिवासी कल्याण एनडीए सरकार की प्राथमिकता है। दशकों तक आदिवासी पिछड़े रहे। पिछली सरकारें अफसरों को सजा देने के लिए आदिवासी बहुल जिलों में भेज देती थी। एनडीए सरकार ने आदिवासी बहुल जिलों को आकांक्षी जिला बनाया और वहां ऊर्जावान अफसरों को भेजा। कई आकांक्षी जिले विकास के रास्ते पर आगे निकल गए हैं।
कानूनों को सरल कर दी राहत
आदिवासी समाज 70 सालों तक कई सख्त कानूनों से परेशान रहा। हमारी सरकार ने उन कानूनों को सरल किया। जलवायु परिवर्तन के कार्यों में भारत का आज नाम है। पर्यावरण संरक्षण तो आदिवासियों के संस्कार में है। यह समाज सूर्य, वायु, पेड़-पौधों को पूजता है। पीएम ने इस अवसर पर जनजाति बहुल जिलों में जनजाति गौरव उपवन बनाने की घोषणा की। बोले, इस समाज की परंपराओं से सीखेंगे और सशक्त, समृद्ध भारत बनाएंगे।
भगवान बिरसा मुंडा की याद में सिक्का व डाक टिकट :
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की याद में सिक्का और डाक टिकट का लोकार्पण किया गया। 150 रुपये का सिक्का चांदी का बना है। पांच रुपये का डाक टिकट भी संग्रहणीय होगा। मंच पर भगवान बिरसा मुंडा के पोते बुद्धराम मुंडा भी मौजूद थे। इन्हें पीएम ने सिक्का और डाक टिकट खुद भेंट किया। समारोह में सिद्धो कान्हो के वंशज मंडल मुर्मु भी उपस्थित थे।
आदिवासी समाज को मिली सौगात :
पीएम जनमन योजना के तहत देशभर में आदिवासी समाज के 11000 लोगों को घर सौंपे गए
53 मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ किया गया। यह गांवों में जाकर स्वास्थ्य सेवाएं देगा
10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय व 300 वन धन विकास केंद्रों का उद्घाटन किया गया
दो जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय व दो जनजातीय अनुसंधान संस्थानों का उद्घाटन
आदिवासी बहुल क्षेत्रों में 500 किमी नई सड़क व 100 बहुद्देशीय केंद्रों का शिलान्यास हुआ
करीब डेढ़ लाख नए घर और 370 छात्रावास निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री ने रखी
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