कॉलेज लौटें छात्र, न्याय दिलाएंगे : ओडिशा सीएम
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने नेपाली छात्रों को कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) लौटने का अनुरोध किया। 20 वर्षीय नेपाली छात्रा की आत्महत्या के बाद छात्रों में डर है।...

भुवनेश्वर, एजेंसी। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) के नेपाली छात्रों से लौटने का आग्रह किया। साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा।
केआईआईटी में 20 वर्षीय नेपाली छात्रा की कथित आत्महत्या के बाद के घटनाक्रम से नेपाली छात्र डरे हुए हैं और परिसर लौटने से हिचकिचा रहे हैं। केआईआईटी प्रशासन द्वारा करीब एक हजार नेपाली छात्रों को सोमवार को निलंबन नोटिस देकर तुरंत परिसर छोड़ने का निर्देश दिया गया था। दरअसल, छात्रा का शव रविवार को उसके छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका मिला था जिसके बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था। बता दें कि संस्थान के निदेशक समेत पांच अधिकारियों को छात्रों को प्रताड़ित करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
जबरन छात्रावास से निकाला : छात्रा
नेपाल की एक छात्रा ने बताया, हमें जबरदस्ती छात्रावास से निकाला गया जबकि हमारी कोई गलती नहीं थी। केआईआईटी प्राधिकारियों ने पीड़ित छात्रा की पिछली दलीलों (उसके पूर्व प्रेमी द्वारा कथित ब्लैकमेल पर) को नजरअंदाज कर दिया था। उसने हताशा के कारण आत्महत्या कर ली। उसकी मौत से नेपाल के छात्र आक्रोशित थे।
छात्रों को वापस लाना संस्थान की जिम्मेदारी : मंत्री
ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा, 100 नेपाली छात्र वर्तमान में परिसर में हैं और लगभग 800 छात्र अन्य स्थानों पर हैं। वे छात्र शायद कोलकाता, पटना या रांची गए होंगे। उन्हें वापस लाना केआईआईटी प्राधिकारियों की जिम्मेदारी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।