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एनआईए ने असम के लखीमपुर से जिंदा आईईडी बरामद किया

एनआईए ने असम के लखीमपुर जिले से एक जिंदा आईईडी बरामद किया, जो उल्फा (आई) आतंकवादियों द्वारा स्वतंत्रता दिवस को बाधित करने के लिए रखा गया था। बम निरोधक दस्ते ने इसे निष्क्रिय कर दिया। इस साजिश के तहत...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 1 Oct 2024 07:32 PM
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स्वतंत्रता दिवस को बाधित करने के लिए उल्फा (आई) आतंकियों ने रखा था बम एनआईए टीम ने मंगलवार सुबह किया बरामद, बम निरोधक दस्ते ने किया निष्क्रिय

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए असम के लखीमपुर जिले से एक जिंदा आईईडी (विस्फोटक) बरामद किया। यह आईईडी स्वतंत्रता दिवस को बाधित करने की साजिश के तहत उल्फा (आई) आतंकवादियों द्वारा रखा गया था। मंगलवार सुबह एनआईए टीम द्वारा जांच के दौरान इसे बरामद किया गया। बाद में असम पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने इसे निष्क्रिय कर दिया।

एनआईए को ताजा आईईडी की जानकारी 15 अगस्त के एक मामले की जांच के दौरान मिली। एनआईए अधिकारियों के मुताबिक उल्फा (आई) के परेश बरुआ द्वारा एक वीडियो जारी होने के बाद राज्य पुलिस हरकत में आ गई थी। वीडियो में स्वतंत्रता दिवस पर पूरे असम में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन द्वारा ‘सैन्य विरोध प्रदर्शन की घोषणा की गई थी। इस संगठन ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के सार्वजनिक बहिष्कार का भी आह्वान किया था और चेतावनी दी थी कि अगर लोगों ने निर्देशों की अवहेलना की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

एनआईए ने 17 सितंबर को राज्य पुलिस से जांच अपने हाथ में ली। इसके बाद एनआईए को पता चला कि उल्फा (आई) नेतृत्व ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के विरोध में असम भर में कई स्थानों पर विस्फोट करने के इरादे से कई आईईडी लगाने का निर्देश दिया था। एक बड़ी साजिश के तहत लोगों के मन में दहशत पैदा करना इसका मकसद था।

मामले की जांच में उत्तरी लखीमपुर जिले में आईईडी की आवाजाही और इसे लगाने में गिरीश बरुआ उर्फ ​​गौतम बरुआ और उसके सहयोगियों की संलिप्तता का पता चला। एनआईए ने 24 सितंबर को बेंगलुरु से बरुआ का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया और जांच करने पर उत्तरी लखीमपुर में अभी तक बरामद नहीं हुई जीवित आईईडी के स्थान का खुलासा हुआ। एनआईए को पता चला है कि आईईडी की व्यवस्था और प्लांट ऐशांग असोम उर्फ ​​अभिहित गोगोई और उल्फा (आई) के अन्य शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर किया गया था। मामले की जांच जारी है।

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