अपडेट : नदीम को न्योता देने से नफरत और अपमान झेल रहा हूं : नीरज
भारत के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को सोशल मीडिया पर नफरत और अपमान का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम को बेंगलुरु में क्लासिक में भाग...

शोल्डर : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता स्टार भाला फेंक खिलाड़ी चोपड़ा ने कहा, मेरी ईमानदारी पर उठाए जा रहे हैं सवाल, परिवार को भी बनाया जा रहा है निशाना नई दिल्ली, एजेंसी। भारत के भालाफेंक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के अरशद नदीम को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक में भाग लेने का न्योता देने पर उन्हें 'नफरत और अपमान' झेलना पड़ रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद ओलंपिक चैंपियन नदीम का यहां खेलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण और पेरिस ओलंपिक में रजत जीतने वाले नीरज ने कहा कि वह यह देखकर दुखी हैं कि सोशल मीडिया पोस्ट में उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उनके परिवार को भी अपशब्द कहे जा रहे हैं। नीरज ने सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा, नीरज चोपड़ा क्लासिक में भाग लेने के लिए नदीम को मेरे निमंत्रण पर काफी बातें हो रही हैं। ज्यादातर घृणा और अपमानजनक हैं। उन्होंने मेरे परिवार को भी नहीं छोड़ा। मैं आमतौर पर ज्यादा बोलता नहीं हूं पर इसका यह मतलब नहीं है कि मैं गलत के खिलाफ नहीं बोलूंगा। वह भी तब जब हमारे देश के लिए मेरे प्यार पर सवाल उठाए जा रहे हैं और मेरे परिवार के सम्मान का सवाल है। मैंने अरशद को जो न्योता भेजा, वह एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी को था। इससे ज्यादा या कम कुछ नहीं। इस टूर्नामेंट का मकसद भारत से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को सामने लाना और हमारे देश में विश्व स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन करना है।
देश और उसके हित सबसे ऊपर : उन्होंने लिखा, सभी खिलाड़ियों को पहलगाम में आतंकवादी हमले से दो दिन पहले सोमवार को न्योते भेजे गए। पिछले 48 घंटे में जो हुआ, उसके बाद एनसी क्लासिक में अरशद के खेलने का सवाल ही नहीं था। मेरे देश और उसके हित हमेशा सर्वोपरि हैं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया है। पूरे देश के साथ मैं भी दुखी और खफा हूं। मुझे यकीन है कि हमारे देश का जवाब एक राष्ट्र के रूप में हमारी शक्ति दिखा देगा और इंसाफ होगा।
कैसे बदल जाते हैं लोगों के सुर : नीरज ने लिख, हम सीधे सादे लोग हैं। हमें और कुछ मत बनाइये। मेरे बारे में मीडिया में मनगढंत बातें कही जा रही है। सिर्फ इसलिए कि मैं बोलता नहीं हूं, इसके यह मायने नहीं है कि यह सच है। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि लोगों के सुर कैसे बदल जाते हैं। जब मेरी सीधी सादी मां ने एक साल पहले एक मासूम (नदीम को अपने बेटे जैसा बताया था ) सा बयान दिया तो हर जगह तारीफ हो रही थी। आज लोग उसी बयान को लेकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। मैं और भी मेहनत करूंगा ताकि दुनिया भारत को याद रखे और इसे सम्मान के भाव से देखे।
---------------
नदीम ने कर दिया था इनकार
नीरज ने पहलगाम में आतंकवादी हमले से दो दिन पहले सोमवार को पाक खिलाड़ी नदीम को 24 मई को बेंगलुरु में होने वाले पहले नीरज चोपड़ा क्लासिक में भाग लेने के लिए बुलाया था। हालांकि, ओलंपिक चैंपियन नदीम ने अन्य प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए न्योता ठुकरा दिया था।
---------------
::: कोटस ::
'मैं इतने साल से गर्व से अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। मेरी ईमानदारी पर सवाल उठने से मैं दुखी हूं। मुझे दुख है कि मुझे उन लोगों के सामने सफाई देनी पड़ रही है जो मुझे और मेरे परिवार को अकारण निशाना बना रहे हैं।' -नीरज चोपड़ा
-------------------
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।