मोदी की कुवैत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों का नया अध्याय शुरू होगा
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत यात्रा से भारत-कुवैत संबंधों में एक नया अध्याय शुरू होगा। यह यात्रा रक्षा और व्यापार समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने का अवसर...
- विदेश मंत्रालय बोला, भारत-कुवैत संबंधों को और मजबूती मिलेगी - मोदी कुवैत के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे, भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे
नई दिल्ली, एजेंसी। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार से शुरू हो रही दो दिवसीय कुवैत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने में मदद मिलेगी।
मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा से भारत-कुवैत संबंधों को और अधिक मजबूती मिलेगी। भारत रक्षा और व्यापार समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के लिए उत्सुक है। मंत्रालय ने कहा कि मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के आमंत्रण पर इस यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान मोदी कुवैत के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे और वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे। इससे पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था। भारत, कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है। भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।
कुवैत, भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है। अमीर शेख सबाह अल अहमद अल जाबर अल सबाह जुलाई, 2017 में निजी यात्रा पर भारत आए थे। इससे पहले 2013 में कुवैत के प्रधानमंत्री ने भारत की उच्चस्तरीय यात्रा की थी।
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