बाजार में सात दिन की तेजी पर लगा विराम
मुंबई में शेयर बाजार में सात कारोबारी सत्रों की तेजी के बाद मुनाफावसूली का दौर शुरू हुआ। सेंसेक्स 315 अंक और निफ्टी 82 अंक गिरकर बंद हुए। हिंदुस्तान यूनिलीवर के निराशाजनक तिमाही परिणामों ने बिकवाली को...

मुंबई, एजेंसी। स्थानीय शेयर बाजारों में सात कारोबारी सत्रों की तेजी के बाद मुनाफावसूली हावी होने और हिंदुस्तान यूनिलीवर के मार्च तिमाही के निराशाजनक नतीजों के बीच गुरुवार को सेंसेक्स 315 अंक और निफ्टी 82 अंक की गिरावट के साथ बंद हुए। यह सात कारोबारी सत्रों के बाद स्थानीय शेयर बाजार में आई पहली गिरावट है। पिछले सात कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स ने कुल 6,269.34 अंक यानी 8.48 प्रतिशत की छलांग लगाई थी जबकि निफ्टी 1,929.8 अंक यानी 8.61 प्रतिशत उछला था। विश्लेषकों ने कहा कि दिग्गज कंपनियों आईसीआईसीआई बैंक एवं भारती एयरटेल में बिकवाली आने और एशियाई एवं यूरोपीय शेयरों में नरम रुख के कारण भी बाजार में गिरावट रही। बीएसीई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 315.06 अंक गिरकर 79,801.43 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 391.94 अंक गिरकर 79,724.55 अंक पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मानक सूचकांक निफ्टी भी 82.25 अंक की गिरावट के साथ 24,246.70 अंक पर बंद हुआ।
गुरुवार को सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) में सर्वाधिक चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। एचयूएल के मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ में 3.35 प्रतिशत की गिरावट आने से बिकवाली का रुख हावी रहा। इसके अलावा भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इटर्नल (जोमैटो), महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, टाइटन और एशियन पेंट्स के शेयर बढत के साथ बंद हुए। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.16 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक में 0.01 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई में 2,015 शेयरों में गिरावट आई, 1,920 में तेजी आई और 151 शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।
शुल्क विवादों के त्वरित समाधान की संभावना कम हुई
जानकारों ने कहा, हाल में रही तेजी के बाद घरेलू बाजार में हल्की मुनाफावसूली देखी गई। इसी तरह, वैश्विक बाजारों में भी बिकवाली का दबाव रहा, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच शुल्क विवादों के त्वरित समाधान की संभावना कम हुई है। दैनिक उपभोग के सामान बनाने वाली प्रमुख कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे कमजोर रहने के कारण इस क्षेत्र का प्रदर्शन खराब रहा। प्रमुख सूचकांकों ने सात दिन की अपनी बढ़त की लय तोड़ दी, और थोड़ा गिरकर बंद हुआ। निफ्टी एक सुस्त नोट पर खुला और पूरे दिन एक सीमित दायरे में कारोबार करता रहा, जिससे सुधारात्मक धारणा बनी रही। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त में रहे। यूरोप के बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार तेज बढ़त के साथ बंद हुए थे।
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