हाथरस जमीन घोटाले में पांच और आरोपी रडार पर
हाथरस में हुए जमीन घोटाले के आरोप में हिमालय इंफ्रा कंपनी के निदेशक विवेक जैन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पांच और आरोपियों की पहचान की है। यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से यह घोटाला...
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फॉलोअप नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से हाथरस में हुए जमीन घोटाले के आरोपी हिमालय इंफ्रा कंपनी के निदेशक विवेक जैन की गिरफ्तारी के बाद पांच और आरोपियों को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी की अटकलें हैं। विवेक से पूछताछ के बाद पांचों के बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिलीं।
मेरठ एंटी करप्शन कोर्ट द्वारा विवेक जैन की जमानत याचिका खारिज करने के बाद नोएडा पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। इस मामले में यमुना विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ पीसी गुप्ता समेत 29 के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। पुलिस के मुताबिक हाथरस में यीडा ने वर्ष 2011-12 में करीब 42 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था। इसके बदले किसानों को सात प्रतिशत विकसित भूखंड देने का प्रविधान था। इसके लिए प्राधिकरण को पांच हेक्टेयर जमीन की जरूरत थी, लेकिन वर्ष 2014 में अधिकारियों ने कुछ लोगों से मिलीभगत कर हाथरस जिले के मिधावली गांव में जरूरत से अधिक 14.4896 हेक्टेयर जमीन खरीद ली। यह जमीन पहले फेज के मास्टर प्लान से बाहर थी। उस समय इस जमीन को खरीदने में 16,15,28,032 रुपये खर्च हुए। इस पर 7.77 करोड़ रुपये ब्याज देना पड़ा था। दोनों को जोड़कर 23,92,41,724 रुपये का नुकसान हुआ था। एक शिकायत पर हुई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सब जानबूझकर और गिरोह बनाकर किया गया। जमीन खरीद के इस गिरोह में शामिल दिल्ली, बुलंदशहर, आगरा, गाजियाबाद आदि जगह से जुड़े लोगों ने पहले किसानों से सस्ती दर पर जमीन खरीदी। इसके तुरंत बाद यीडा ने उसे खरीद लिया, जबकि इन जमीनों पर अब तक प्राधिकरण का कब्जा नहीं है और न ही इस पर कोई प्लान बन सका था।
सेक्टर बीटा-2 कोतवाली में निरीक्षक गजेंद्र सिंह को शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था। जमीन घोटाले में हिमालय इंफ्राटेक के निदेशक विवेक जैन समेत तत्कालीन ओएसडी के रिश्तेदार संजीव की भूमिका थी। इन लोगों ने जमीन काश्तकारों से नहीं खरीदी। बीते दिनों पुलिस टीम ने हिमालय इंफ्रा टेक के निदेशक विवेक जैन को गिरफ्तार किया था। मामले की जांच एसीपी प्रथम प्रवीण सिंह कर रहे हैं। एसीपी का कहना है कि इस मामले की जांच में पांच लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं और उनकी संलिप्तता पाई गई है। पांचों की पहचान कर ली गई है और इनकी जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
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