कश्मीर के एक लाख ग्रामीण सुरक्षा ठिकानों पर गए
श्रीनगर में चार दिनों की पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण कश्मीर के तीन जिलों के 1.1 लाख लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों में दर्जनों घर और सरकारी...

श्रीनगर, एजेंसी। चार दिनों तक पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी के चलते कश्मीर के तीन जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थित गांवों के 1.1 लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। ये सभी ग्रामीण बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों के रहने वाले हैं। हाल की गोलाबारी में इन क्षेत्रों में दर्जनों घर और सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सीमावर्ती गांव के इरशाद अहमद ख्वाजा ने बताया कि जहां आपने अपनी पूरी जिंदगी बिताई है, उसे छोड़ना आसान नहीं है। अगर मेरी और मेरे परिवार की जान को इतना खतरा न होता, तो मैं अपना घर नहीं छोड़ता।
ख्वाजा बारामूला में अपने एक रिश्तेदार के घर चले गए हैं। अपना घर छोड़ने वाले बोनियार के मुबीन अहमद ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि सीमा पार से हुई गोलाबारी में उनका घर बचा है कि नहीं। अहमद ने कहा कि उन्होंने 1990 के दशक से सीमा पार से गोलाबारी देखी थी, लेकिन इस बार जितनी कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अपना घर छोड़ने वालों को चोरी और सेंधमारी की चिंता सता रही है।
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