काशी तमिल संगमम का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी: प्रधान
काशी तमिल संगमम का तीसरा संस्करण 15 से 24 फरवरी तक होगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक संबंधों को पुनर्जीवित करेगा। 1000 प्रतिभागी भाग लेंगे,...
- 15 से 24 फरवरी के बीच किया जाएगा आयोजन - प्रतिनिधियों को महाकुंभ और अयोध्या जाने का मौका मिलेगा
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। काशी तमिल संगमम का तीसरा संस्करण 15 से 24 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को आयोजन की जानकारी देते हुए कहा कि काशी तमिल संगमम कार्यक्रम का उद्देश्य देश के दो सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन शिक्षण केंद्रों तमिलनाडु और काशी के बीच सदियों पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करना और इसकी जड़ों को मजबूत करना है। तमिलनाडु और वाराणसी के सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर इस आयोजन के केंद्र में ऋषि अगस्त्य का योगदान होगा। जिनके संदर्भ में एक कथानक यह है कि वे हिमालय से काशी होते हुए तमिलनाडु गए थे। वाराणसी और तमिलनाडु के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए पहली बार काशी तमिल संगमम 2022 में आयोजित किया गया था, जो महीनेभर चला था। इसका दूसरा संस्करण 2023 में 17 से 30 दिसंबर तक आयोजित किया गया था।
-
रजिस्ट्रेशन के लिए शिक्षामंत्री ने पोर्टल शुरू किया
15 से 24 फरवरी तक होने वाले कार्यक्रम में तमिलनाडु से कुल 1,000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे, जिन्हें बराबर संख्या के पांच समूहों में बांटा जाएगा। वे छात्र, शिक्षक, किसान, कारीगर, पेशेवर और छोटे उद्यमियों के अलावा महिलाओं और शोधकर्ताओं सहित विभिन्न क्षेत्रों से होंगे। इसके अलावा, सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के 200 तमिल छात्रों का एक समूह भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होगा। उन्हें वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या का स्थानीय दौरा करने का मौका मिलेगा। कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन के लिए काशी तमिल संगम पोर्टल भी शिक्षामंत्री ने शुरू किया। एक प्रतिस्पर्द्धा के जरिए भागीदारों का चयन होगा। करीब 2200 लोग आयोजन से जुडेंगे।
-
तीसरे संस्करण का आकर्षण
प्रधान ने बताया कि तीसरे संस्करण का एक मुख्य आकर्षण यह है कि यह कार्यक्रम महाकुंभ मेले के साथ मेल खाएगा। कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधियों को महाकुंभ मेले के दौरान अमृत स्नान या पवित्र डुबकी लगाने और अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, काशी तमिल संगमम के इस संस्करण का मुख्य विषय सिद्ध चिकित्सा पद्धति (भारतीय चिकित्सा), शास्त्रीय तमिल साहित्य और देश की सांस्कृतिक एकता में ऋषि अगस्त्य के महत्वपूर्ण योगदान पर केंद्रित रहेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।