Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीIndian Foreign Minister S Jaishankar Vows to Elevate India-Uzbekistan Relations on Independence Day

उज्बेकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर जयशंकर ने बधाई दी

भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अपने समकक्ष को दीं शुभकामनाएं कहा, भारत-उज्बेकिस्तान संबंधों को

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 1 Sep 2024 06:39 PM
share Share

भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अपने समकक्ष को दीं शुभकामनाएं कहा, भारत-उज्बेकिस्तान संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने को प्रतिबद्ध

लंदन, एजेंसी। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियार सैदोव को देश के स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दीं। जयशंकर ने कहा कि वह भारत-उज्बेकिस्तान रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के नेताओं के बीच हाल ही में हुई उच्च स्तरीय बातचीत पर प्रकाश डाला।

जयशंकर ने एक्स पर कहा, ‘बख्तियार सैदोव और उज्बेकिस्तान की सरकार तथा लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक बधाई। हमारी रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर 13वां द्विपक्षीय अंतर-सरकारी आयोग जुलाई 2022 में दिल्ली में आयोजित किया गया। 16वां भारत-उज्बेकिस्तान विदेश कार्यालय परामर्श अगस्त 2023 में ताशकंद में आयोजित किया गया था।

आर्थिक क्षेत्र पर विदेश मंत्री ने कहा, भारतीय कंपनियों ने फार्मास्यूटिकल्स, आतिथ्य, ऑटोमोबाइल घटकों और मनोरंजन पार्कों में उज्बेकिस्तान में निवेश किया है। विकास साझेदारी उपायों के तहत, भारत ने इस साल अगस्त में सिरदरिया क्षेत्र के 125 स्कूलों में आईसीटी कक्षाएं खोलीं। रक्षा सहयोग के तहत, संयुक्त अभ्यास, डस्टलिक का पांचवां संस्करण इस साल अप्रैल में टर्मिस प्रशिक्षण क्षेत्र में आयोजित किया गया था।

जयशंकर ने कहा कि क्षमता निर्माण, स्वास्थ्य और शिक्षा सहयोग के तहत, मध्य एशियाई देशों के एक युवा प्रतिनिधिमंडल ने इस साल मार्च में भारत का दौरा किया। 2,500 से अधिक उज्बेक पेशेवरों ने भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और केंद्रीय हिंदी संस्थान उज्बेक छात्रों के लिए छात्रवृत्ति उपलब्ध कराते हैं। भारत में सालाना 8 हजार उज्बेक इलाज कराते हैं। एमिटी यूनिवर्सिटी और शारदा यूनिवर्सिटी ने क्रमशः ताशकंद और अंदीजान में अपने परिसर खोले।

सांस्कृतिक संबंध और प्रवासी भारतीयों के बारे में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि उज्बेकिस्तान में लगभग 11 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं। चार हजार भारतीय उज्बेकिस्तान में चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे हैं। भारत उज्बेकिस्तान के लिए पर्यटकों का एक बढ़ता हुआ स्रोत है, जहां 2022 में लगभग 12 हजार पर्यटक आए हैं। ताशकंद में 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का आयोजन किया गया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें