खेल : बेटियों के सामने चीनी दीवार लांघने की चुनौती
भारतीय महिला हॉकी टीम आज एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में चीन के खिलाफ मुकाबला करेगी। दोनों टीमें अजेय हैं और सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं। दीपिका की कड़ी मेहनत से भारत जीत की कोशिश करेगा। पेनाल्टी कॉर्नर...
शोल्डर : चैंपियंस ट्रॉफी : टूर्नामेंट की दो शीर्ष टीमों भारत और चीन के बीच आज होगा रोमांचक मुकाबला, जीत की हैट्रिक से सेमीफाइनल में बना चुकी हैं जगह बिहार शरीफ, हिन्दुस्तान प्रतिनिध। भारतीय महिला हॉकी टीम के सामने शनिवार को एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में चीनी दीवार तोड़ने की कठिन चुनौती होगी। दोनों ही टीमें टूर्नामेंट में अब तक अजेय हैं। गत चैंपियन भारत और ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन तीन-तीन मैच जीत चुके हैं। दोनों के एक समान नौ-नौ अंक हैं पर गोल औसत के आधार पर चीन शीर्ष पर है। चीन का गोल औसत 21 है जबकि भारत का 18 है। भारत दूसरे नंबर पर है। दोनों टीमों ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है।
हिसाब बराबर करने का मौका : दोनों टीमों के बीच आखिरी मुकाबला इस साल फरवरी में एफआईएच प्रो लीग में हुआ था और दोनों बार चीन जीता था। भारत के पास अब बदला चुकता करने का सुनहरा मौका है। इसके लिए टीम को एकजुट होकर खेलना होगा।
दीपिका पर दारोमदार : भारत को जीत दिलाने का जिम्मा एक बार फिर फॉरवर्ड दीपिका पर होगा। उन्होंने अब तक तीनों मैचों में गोल दागे हैं। थाईलैंड के खिलाफ तो दे दनादन पांच गोल उनकी स्टिक से निकले थे। उन्हें प्रीति दुबे, नवनीत कौर, लालरेम्सियामी, ब्यूटी डुंगडुंग और संगीता कुमारी का भी साथ मिला था। चीन के खिलाफ भी इन सभी को एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा। मिडफील्ड में कप्तान सलीमा टेटे, नेहा गोयल, सुशीला चानू और उदिता प्रभावी रही हैं।
जवाबी हमलों में माहिर है चीन : भारत के लिए चिंता का एकमात्र सबब यही है कि उसके डिफेंडरों और गोलकीपर सविता पूनिया और बिछू देवी को अभी तक चुनौती नहीं मिली है। वहीं चीन की टीम जवाबी हमलों में माहिर है। ऐसे में गोलकीपरों को अपने किले की भेदने से बचाने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद रहना होगा।
बाक्स
पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलना होगा
भारतीय टीम की सबसे बड़ी समस्या पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील नहीं कर पाने की है। हालांकि कमजोर थाईलैंड के खिलाफ टीम ने कुछ हद तक इससे पार पाने की कोशिश की है। टीम को अब तक कुल 31 पेनाल्टी कॉर्नर मिले हैं जिसमें से आठ को ही गोल में तब्दील कर पाई है। चीन के खिलाफ जीतना है तो पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल दागने होंगे।
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दीपिका दाग चुकी हैं सात गोल
दीपिका अब तक टूर्नामेंट में सात गोल दागकर शीर्ष स्करोर बनी हुई हैं। उन्होंने चार मैदानी, दो पेनाल्टी और एक पेनाल्टी स्ट्रोक पर गोल किए हैं। उनके अलावा कोई भी खिलाड़ी अब तक पांच गोल नहीं कर पाई है जो उन्होंने एक ही मैच में कर दिए। चीन की टैन (4) दूसरे नंबर पर हैं।
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आमने-सामने
कुल मैच : 45
भारत जीता : 11
चीन जीता : 28
ड्रॉ : 6
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नंबर गेम
-20 गोल भारत ने अब तक तीन मैच में किए हैं और दो उसके खिलाफ हुए हैं
-22 गोल चीन ने इतने ही मैचों में दागे और सिर्फ एक उसके विरुद्ध हुआ है
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अन्य मुकाबले
मलेशिया बनाम जापान
कोरिया बनाम थाईलैंड
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::: कोट :::
'मैं टीम के प्रदर्शन से खुश हूं जिस तरह से टीम ने विरोधी सर्कल में जाकर गोल किए। डिफेंडरों और मिडफील्डरों के बीच अच्छा तालमेल था और हमें इस लय को बनाए रखना है।' -हरेंद्र सिंह, कोच भारत
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