ब्रांड इंडिया बनाने के लिए पश्चिम के फरमानों पर ध्यान न दें: निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत को ब्रांड इंडिया बनाने के लिए पश्चिमी देशों के फरमानों की अनदेखी करनी चाहिए। उन्होंने बच्चों के शिल्प निर्माण में शामिल होने का बचाव किया और कहा कि...
बेंगलुरु, एजेंसी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि अगर हम ब्रांड इंडिया बनाना चाहते हैं तो हमें अपने सही निर्णयों के बारे में पश्चिमी देशों से जारी फरमानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। एक कार्यक्रम के दौरान सीतारमण ने कहा कि हजारों सालों से हम उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं पर शोषण की नौबत कभी नहीं आई। अब अचानक पारंपरिक उद्योग जैसे कालीन बनाने के लिए पश्चिम के खरीदारों से फरमान जारी हुआ कि आप इन कालीनों को बनाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसे आपसे नहीं खरीदेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में परिवार बच्चों को स्कूली शिक्षा से वंचित किए बिना शिल्प निर्माण से जुड़े हैं, क्योंकि जब तक शिल्प बहुत कम उम्र में नहीं सीखा जाता, तब तक कोई उसमें महारत हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हमने बच्चों की शिक्षा से इनकार नहीं किया है। हमें खड़े होकर यह कहने की जरूरत है कि हम उनकी शिक्षा का ध्यान रखते हैं।
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