देश में हाथ प्रत्यारोपण के रोगियों का पंजीकरण शुरू
शब्दःःः 243 नई दिल्ली, एजेंसी। देश में हाथ के प्रत्यारोपण की जरूरत वाले रोगियों
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में हाथ के प्रत्यारोपण की जरूरत वाले रोगियों के लिए पहली बार एक रजिस्ट्री की स्थापना की गई है। अधिकारियों का कहना है कि इससे पारदर्शी तरीके से और प्राथमिकता के आधार पर दान किए गए अंग का आवंटन करने में सुविधा होगी। यह पंजीकरण राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोट्टो) द्वारा स्थापित राष्ट्रीय रजिस्ट्री में हो सकेगा। यह संगठन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है। कोच्चि के एक निजी अस्पताल में प्रोफेसर डॉ. सुब्रमण्यम अय्यर ने कहा कि रजिस्ट्री की स्थापना और प्राथमिकता के आधार पर देशभर में हाथों का सही तरीके से आवंटन इससे जुड़े दान को बढ़ावा देगा। इससे दान किए गए हाथों का सही उपयोग सुनिश्चित होगा। डॉ. अय्यर ने 2015 में भारत का पहला हाथ प्रत्यारोपण करने वाली टीम का नेतृत्व किया था।
नोट्टो के निदेशक अनिल कुमार ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रजिस्ट्री के बारे में जानकारी देते हुए पत्र लिखा था। उन्होंने सभी हाथ प्रत्यारोपण केंद्रों और अस्पतालों को यह जानकारी प्रसारित करने को कहा है।
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मस्तिष्क, हृदय की मृत्यु के बाद दान किए जा सकते हाथ
डॉ. अय्यर ने कहा कि आमतौर पर मस्तिष्क की मृत्यु के बाद अंग दान किए जाते हैं, लेकिन हाथ मस्तिष्क और हृदय दोनों की मृत्यु के बाद दान किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हृदय के रुकने के आधे घंटे के भीतर हाथ दान किया जाना चाहिए और यह अस्पताल के भीतर नियंत्रित वातावरण में होना चाहिए।
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