भारत और सऊदी जलवायु, तकनीक सहित कई क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे
--प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी के क्राउन प्रिंस के बीच हुई बैठक --मीडिया, मनोरंजन और

रियाद, एजेंसी। भारत और सऊदी अरब ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान जलवायु, तकनीक और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों पक्षों ने इस बात पर बल दिया कि भविष्य में प्रौद्योगिकियों और पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है।
तकनीकी सहयोग के रणनीतिक महत्व पर जोर देते हुए दोनों देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, सेमीकंडक्टर और अन्य उन्नत क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमति जताई। साथ ही डिजिटल शासन की परिवर्तनकारी भूमिका को रेखांकित करते हुए इस क्षेत्र में संयुक्त पहल की खोज करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
नवाचार पर दिया जोर
दोनों देशों ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण और सऊदी अरब के संचार, अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी आयोग के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया। इस समझौते का उद्देश्य विनियामक प्रथाओं और डिजिटल क्षेत्र के विकास में सहयोग को बढ़ावा देना है। साथ ही नवाचार और कनेक्टिविटी में साझा प्राथमिकताओं को मजबूत करना है।
ज्ञान के आदान-प्रदान पर सहमति
भारत और सऊदी अरब क्षमता निर्माण, ज्ञान के आदान-प्रदान और टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने मीडिया, मनोरंजन और खेल में सहयोग की बढ़ती संभावनाओं पर ध्यान दिया। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर गए थे।
पेरिस समझौते के प्रति प्रतिबद्धता जताई
वार्ता के दौरान फोकस का एक प्रमुख क्षेत्र जलवायु सहयोग था। दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन और पेरिस समझौते के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जलवायु नीतियों की आवश्यकता को रेखांकित किया जो ऊर्जा स्रोतों के उपयोग के बजाय उत्सर्जन में कमी पर ध्यान केंद्रित करती है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी अरब की ‘सऊदी ग्रीन इनिशिएटिव और ‘मिडिल ईस्ट ग्रीन इनिशिएटिव शुरू करने के लिए सराहना की और किंगडम के पर्यावरण प्रयासों के लिए अपना समर्थन बढ़ाया।
भारत की सराहना की
दोनों पक्षों ने उत्सर्जन को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने और जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सर्कुलर कार्बन अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को लागू करने में संयुक्त सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया। सऊदी अरब ने भारत की अग्रणी पहलों, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, वन सन-वन वर्ल्ड-वन ग्रिड अभियान, आपदा रोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन, पर्यावरण के लिए मिशन लाइफस्टाइल और वैश्विक हरित ऋण पहल की सराहना की।
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