Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीInauguration of C-295 Aircraft Production Unit in Vadodara 40 Planes to be Made by Tata

ब्यूरो:::: दो साल के भीतर वायुसेना को मिलेगा देश में बना पहला सी-295 विमान

- वडोदरा में निर्माण इकाई का उद्घाटन आज - कुल 40 विमानों

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 27 Oct 2024 05:57 PM
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- वडोदरा में निर्माण इकाई का उद्घाटन आज

- कुल 40 विमानों का देश में होगा निर्माण

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता

देश में निजी क्षेत्र द्वारा निर्मित पहला सैन्य विमान सी-295 सितंबर, 2026 में वायुसेना को मिलेगा। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने रविवार को दिल्ली में यह जानकारी दी।

रक्षा सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज सोमवार को वडोदरा में टाटा एडवांस सिस्टम लि. (टीएएसएल) में एक इकाई का उद्घाटन करेंगे, जहां सी-295 विमानों का निर्माण होना है। रिकॉर्ड दो वर्षों में इस इकाई को स्थापित किया गया है। 2021 में एयरबस से 21,935 करोड़ में कुल 56 सी-295 विमानों की खरीद का करार हुआ था। इनमें से 16 विमान स्पेन से तैयार होकर आने थे और शेष 40 का निर्माण टीएएसएल में होना है। स्पेन से छह विमान अब तक मिल चुके हैं और वे वायुसेना की 11वीं स्क्वाड्रन में शामिल किए जा चुके हैं।

2031 तक 40 विमानों की आपूर्ति

टीएएसएल में विमानों का निर्माण शुरू हो गया है। पहला विमान सितंबर 2026 में मिलेगा। इसके बाद बाकी की आपूर्ति होगी। आखिरी विमान अगस्त 2031 में मिलेगा। इसके अलावा नौसेना और तटरक्षक बल के लिए 15 ऐसे और विमानों की खरीद को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इनमें से 12 का निर्माण टीएएसएल में होगा।

75 फीसदी स्वदेशी सामग्री

रक्षा सचिव ने कहा कि टीएएसएल में निर्मित होने वाले पहले 16 विमानों में 48 फीसदी स्वदेशी सामग्री होगी। उसके बाद बनने वाले 24 विमानों में 75 फीसदी स्वदेशी सामग्री होगी। यहां तैयार होने वाले 12 और विमानों में स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल 78 फीसदी तक होगा। एयरबस ने इन विमानों के कलपुर्जों के निर्माण के लिए 37 भारतीय कंपनियों को लाइसेंस प्रदान किए हैं।

इलेक्ट्रॉनिक वायरफेयर सूट से लैस होंगे

सभी विमान इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर स्यूट से लैस होंगे। इसका भी निर्माण देश में होगा। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों बीईएल और बीडीएल को इसका जिम्मा सौंपा गया है। इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कर संचार, सुरक्षा और संवेदन की क्षमता प्रदान करता है।

6600 लोगों को रोजगार

इस परियोजना से 600 उच्च कौशल वाले प्रत्यक्ष और 3000 परोक्ष रोजगार प्राप्त होंगे। इसके अलावा 3000 मध्यम कौशल वाले रोजगार भी सृजित होंगे।

पुराने विमान हटाए जाएंगे

सी-295 वायुसेना में एचएस-748 विमानों की जगह लेंगे, जिन्हें 60 के दशक में शामिल किया गया था।

हर मौसम में उपयोगी

सी-295 अनेक गुणों वाला नई पीढ़ी का एक सामरिक विमान है। यह सभी प्रकार के मौसम में उड़ान भरने में सक्षम है। इसे राहत वायु परिवहन के उद्देश्य से बनाया गया है। यह 9.5 टन तक वजन ले जा सकता है।

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