अगले एक साल तक नहीं बढ़ेंगे राशन के गेहूं-चावल के भाव
केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से बेचे जाने वाले अनाज (गेहूं-चावल और मोटे अनाज) के भाव को एक और वर्ष के लिए वर्तमान...
केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से बेचे जाने वाले अनाज (गेहूं-चावल और मोटे अनाज) के भाव को एक और वर्ष के लिए वर्तमान स्तर पर बनाए रखने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के अंतर्गत सरकार सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के जरिये चावल 3 रुपये प्रति किलोग्राम, गेहूं 2 रुपये प्रति किग्रा एवं मोटे अनाज एक रुपये प्रति किग्रा दर उपलब्ध कराती है।
पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चावल, गेहूं और मोटे अनाज की कीमतों को एक और वर्ष के लिए वर्तमान स्तर पर बनाए रखने की मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय गरीब वर्ग के कल्याण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाता है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम में हर तीन वर्ष में अनाज की कीमतों में संशोधन का प्रावधान है।
वर्तमान में सरकार देशभर में 5 लाख राशन दुकानों के माध्यम से 81 करोड़ से अधिक लोगों को हर महीने 5 किलो अनाज अत्यंत सस्ती दर दे रही है। इससे सरकारी खजाने पर सालाना करीब 1.4 लाख करोड़ रुपये का बोझ आता है।
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