खाद्य पदार्थों की कीमतों और उपलब्धता पर सरकार की नजर
केंद्र सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में उछाल के बीच खाद्य पदार्थों की कीमतों और उपलब्धता पर नजर रख रही है। 2024-25 में दालों और प्याज के उत्पादन में वृद्धि का अनुमान है। सरकार उपभोक्ताओं और किसानों...
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में आए उछाल के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि वह उपभोक्ताओं के लिए स्थिर मूल्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों की कीमतों और उपलब्धता पर बारीकी से नजर रख रही है। इसके साथ सरकार उपभोक्ताओं और किसानों के हित के लिए समय रहते और समय से पहले ही सभी आवश्यक निर्णय भी ले रही है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने एक बयान जारी कर रहा है कि अच्छी मानसूनी बारिश और अनुकूल मौसम के कारण 2024-25 में दालों और प्याज का उत्पादन पिछले साल की तुलना में बढ़ने का अनुमान है। तुअर का उत्पादन 35.02 लाख मिट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के 34.17 एलएमटी उत्पादन से 2.5% अधिक है। कृषि और किसान कल्याण विभाग ने चालू विपणन सत्र के दौरान तुअर की खरीद के लिए मंजूरी जारी कर दी है।
सरकार का कहना है कि अधिक बुवाई की वजह से खरीफ प्याज का उत्पादन अच्छा रहने का अनुमान है। इसी तरह, रबी प्याज की बुवाई अच्छी चल रही है। मंत्रालय के मुताबिक 2022-23 और 2023-24 में अल-नीनो घटना के प्रभाव के परिणामस्वरूप दलहन उत्पादक राज्यों में कम और अनियमित मानसूनी बारिश के कारण तुअर, चना और उड़द जैसी प्रमुख दालों का लगातार दो वर्षों तक औसत से कम उत्पादन हुआ था। कम स्टॉक की स्थिति का फायदा उठाते हुए सट्टा व्यापार की घटनाओं ने मूल्य स्थिरता बनाए रखने की चुनौती को बढ़ा दिया था।
बयान में कहा गया है कि कैलेंडर वर्ष 2024 दिसंबर में खुदरा मुद्रास्फीति दर 5.22% के साथ समाप्त हुआ, जो अक्तूबर में वर्ष के उच्चतम 6.21% से काफी कम है। दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति भी अक्टूबर में 10.87% से कम होकर 8.39% हो गई। यह पिछले वर्षों के मुकाबले कम है। इसके बावजूद सरकार आवश्यक खाद्य वस्तुओं की समग्र उपलब्धता और सामर्थ्य सुनिश्चित करने के लिए घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करने, आयात और निर्यात नीतियों जैसे उपाय कर रही है।
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