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खेल : गंभीर की कुर्सी भी खतरे में

सिडनी में भारतीय टीम का प्रदर्शन कोच गौतम गंभीर के भविष्य को तय करेगा। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की खराब फॉर्म से स्थिति और गंभीर हो गई है। अगर टीम अंतिम टेस्ट हार जाती है, तो गंभीर की कुर्सी...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 1 Jan 2025 06:22 PM
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शोल्डर : सिडनी टेस्ट और चैंपियंस ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन तय करेगा कोच गौतम का भविष्य, कप्तान रोहित और विराट कोहली की खराब फॉर्म भी बढ़ा रही परेशानी सिडनी, एजेंसी। टीम इंडिया सिडनी पहुंच चुकी है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिए भारतीय टीम को शुक्रवार से शुरू होने वाला पांचवां और अंतिम टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। अगर टीम मुकाबला हार जाती है तो पहले ही बदलाव के दौरे से गुजर रही टीम इंडिया में और बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन खासकर कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की फॉर्म ने लाल गेंद के क्रिकेट में इन दोनों दिग्गजों की टीम में मौजूदगी पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। साथ ही मुख्य कोच गौतम गंभीर की कुर्सी भी खतरे में है।

नहीं थे पहली पसंद : भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, एक टेस्ट मैच बचा है और फिर चैंपियंस ट्रॉफी है। अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ तो गंभीर की स्थिति भी सुरक्षित नहीं होगी। वह कभी भी बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं थे (वीवीएस लक्ष्मण थे)। कुछ जाने-माने विदेशी नाम तीनों प्रारूप के कोच नहीं बनना चाहते थे इसलिए वह एक समझौता था। जाहिर है कुछ अन्य मजबूरियां भी थीं। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से मिली हार के बाद गंभीर से पहले ही कुछ कठिन सवाल पूछे जा चुके हैं। अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी गंवा दी गई तो इस पूर्व सलामी बल्लेबाज के लिए चीजें मुश्किल हो सकती हैं।

खिलाड़ी कर रहे असुरक्षित महसूस : चयन समिति के साथ गंभीर का समीकरण भी इस समय स्पष्ट नहीं है। टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो एकादश के साथ प्रयोग करने की उनकी प्रवृत्ति के कारण असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मौजूदा सीरीज में नितिश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन शुभमान गिल से जुड़े फैसलों को लेकर अब भी बहस चल रही है।

ड्रेसिंग रूम में भी मतभेद : मैदान पर आने वाले उतार-चढ़ाव के कारण उससे बाहर भी कुछ समस्याएं पैदा हो रही हैं। ड्रेसिंग रूम में अशांति की चर्चाएं बढ़ रही हैं। पता चला है कि गंभीर टीम अधिकांश खिलाड़ियों के साथ एकमत नहीं हैं। संवाद भी उतना अच्छा नहीं है जितना रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के समय हुआ करता था। कप्तान रोहित ने कहा था कि वह चयन के मुद्दों पर खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात करते हैं। जुलाई में गंभीर के कार्यभार संभालने के बाद रोहित ने कुछ ऐसे खिलाड़ियों को स्पष्ट रूप से नहीं बताया है कि उन्हें टीम से बाहर क्यों रखा जा रहा है जो जूनियर नहीं हैं। रोहित की खराब फॉर्म ने भी उनकी मदद नहीं की है। लेकिन यह भी विश्वसनीय रूप से पता चला है कि अधिक मुखर व्यक्ति माने जाने वाले गंभीर को खिलाड़ियों के उस समूह का बहुत अधिक विश्वास हासिल नहीं है जो कोहली या रोहित जितने उम्रदराज नहीं हैं लेकिन हर्षित या नितीश जैसे नए भी नहीं हैं।

बोर्ड सचिव के चयन के बाद होंगे फैसले : बीसीसीआई सचिव जय शाह अब आईसीसी के प्रमुख बन गए हैं। बोर्ड को उनका पूर्णकालिक उत्तराधिकारी 12 जनवरी के बाद ही मिलेगा उसके बाद ही बड़े फैसले होने की उम्मीद है। एक बार प्रशासनिक स्थिरता आ जाने के बाद बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को कुछ सोचना होगा। जब तक शाह बीसीसीआई के प्रभारी थे तब तक वही फैसले करते थे। बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज रोजर बिन्नी को कोई नीति संबंधी फैसला लेते नहीं देखा गया है। अगर फरवरी-मार्च में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का प्रदर्शन बहुत बेहतर नहीं रहा तो गंभीर के पर कतर दिए जाएंगे।

टी-20 में रहे हैं सफल : पहले से ही एक विचारधारा यह है कि गंभीर को सिर्फ टी-20 टीम की कमान सौंपी जानी चाहिए। यह एक ऐसा प्रारूप जिसमें वह सफल कप्तान और फिर कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जायंट्स दोनों के सफल मेंटर (मार्गदर्शक) रहे। एक सवाल यह भी पूछा जा रहा है कि क्या वह कोहली को ऑफ स्टंप के बाहर की ओर लगातार आउट होने के मामले में कोई समाधान दे पाए हैं? हालात को देखते हुए, इसका जवाब नहीं ही लगता है। भारत के लिए 90 से अधिक टेस्ट खेलने वाले एक पूर्व दिग्गज ने कहा, गौतम पूरे जीवन में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए गेंद को स्लिप और गली की तरफ दबाते थे। इसलिए उन्हें पता है कि कोहली की समस्या क्या है। उन्होंने इसे एक खिलाड़ी (2014 में) और एक कमेंटेटर के रूप में और अब एक कोच के रूप में देखा है। अगर उसे (गंभीर को) पता है कि क्या गलत है तो उसे (कोहली को) यह बताना चाहिए।

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गौतम के कोच बनने के बाद टीम का प्रदर्शन

प्रारूप मैच जीते हारे ड्रॉ/टाई

टेस्ट 9 3 5 1

वनडे 3 0 2 1

टी-20 10 9 1 0

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