Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीForeign Portfolio Investors Inject 57 359 Crore in Indian Markets Amid Rate Cuts

विदेशी निवेश नौ माह के उच्चस्तर पर

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर में भारतीय शेयर बाजारों में 57,359 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो नौ महीने का उच्चतम स्तर है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 29 Sep 2024 06:52 PM
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नई दिल्ली, एजेंसी। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर में अबतक भारतीय शेयर बाजारों में 57,359 करोड़ रुपये डाले हैं, जो उनके निवेश का नौ माह का उच्चस्तर है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती के बाद एफपीआई का भारतीय बाजार में निवेश लगातार बढ़ रहा है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इस साल यानी 2024 में एफपीआई का भारतीय शेयरों में निवेश एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।

जानकारों ने कहा, आगे चलकर एफपीआई का प्रवाह मजबूत बना रहेगा। वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में कटौती तथा भारत की मजबूत बुनियाद की वजह से एफपीआई भारतीय बाजार पर दांव लगा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के मुद्रास्फीति प्रबंधन तथा तरलता से संबंधित फैसले इस रफ्तार को कायम रखने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने 27 सितंबर तक शेयरों में 57,359 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। अभी इस महीने का एक कारोबारी सत्र बचा है। यह दिसंबर, 2023 के बाद सबसे अधिक शुद्ध प्रवाह है। उस समय एफपीआई ने शेयरों में 66,135 करोड़ रुपये का निवेश किया था। जून से एफपीआई लगातार शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। अप्रैल-मई में उन्होंने शेयरों से 34,252 करोड़ रुपये निकाले थे। कुल मिलाकर इस साल जनवरी, अप्रैल और मई को छोड़कर अन्य महीनों में एफपीआई शुद्ध खरीदार रहे हैं।

आईपीओ से 60,000 करोड़ जुटाने की तैयारी

अगले दो माह में हुंदै मोटर इंडिया, स्विगी और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी सहित आधा दर्जन से अधिक कंपनियां लगभग 60,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रही हैं। इससे आईपीओ बाजार में हलचल बनी रहेगी। इन तीन कंपनियों के अलावा एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, वारी एनर्जीज, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस, वन मोबिक्विक सिस्टम्स और गरुड़ कंस्ट्रक्शन उन कंपनियों में हैं, जो अक्टूबर-नवंबर के दौरान आईपीओ लाने की तैयारी में हैं।

दूसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगी नजर

अमेरिका में ब्याज दर में कटौती और चीन के आर्थिक प्रोत्साहन की घोषणा से विश्व बाजार की तेजी की बदौलत स्थानीय स्तर पर हुई दमदार लिवाली से बीते सप्ताह डेढ़ प्रतिशत तक चढ़े घरेलू शेयर बाजार की नजर अगले सप्ताह कंपनियों के चालू वत्ति वर्ष की दूसरी तिमाही के जारी होने वाले परिणाम पर रहेगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1027.54 अंक अर्थात 1.22 प्रतिशत की तेजी के साथ सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर 85571.85 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 388 अंक यानी 1.5 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 26178.95 अंक पर बंद हुआ।

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