ईडब्ल्यूएस सूची में नाम आने के बाद भी छात्र दाखिला से वंचित
दिल्ली के निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस सीटों पर दाखिला प्रक्रिया लगभग समाप्त हो गई है, लेकिन कई उम्मीदवार स्कूलों की मनमानी के चलते दाखिले से वंचित रह गए हैं। त्रिलोकपुरी के अमित कुमार और लॉरेंस रोड के...
नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाता। दिल्ली के निजी स्कूलों में आर्थिक पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस)/वंचित वर्ग की सीटों पर दाखिला की प्रक्रिया लगभग समाप्त हो गई है। मगर, ईडब्ल्यूएस कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ में चयनित होने के बावजूद कई उम्मीदवार निजी स्कूलों की मनमानी के चलते दाखिले से वंचित रह गए हैं। स्कूल ने किया मना
त्रिलोकपुरी में रहने वाले अमित कुमार के बेटे का मयूर विहार फेज-1 के एक नामी स्कूल में ईडब्ल्यूएस श्रेणी की सीट पर पहली कक्षा में दाखिले के लिए चयन हुआ था। मगर, स्कूल ने बच्चे को दाखिला नहीं दिया। इस वजह से अमित बच्चे के दाखिला को लेकर अब काफी चिंतित हैं।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
पेशे से चालक अमित ने बताया कि बेटे का कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ में नाम आया था। स्कूल में दाखिले के लिए गए थे। वहां पर सभी सीटें भर जाने की बात कहकर दाखिला नहीं दिया, जबकि स्कूलों में ईडब्ल्यूएस श्रेणी की सीटें आरक्षित होती हैं। दाखिले के लिए सभी दस्तावेज थे। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय को भी शिकायत दी थी। मगर, अब तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
सुरक्षाकर्मी ने प्रवेश द्वार से लौटाया
लॉरेंस रोड इलाके में रहने वाले रवि ने बताया कि उनके बच्चे का केजी कक्षा के लिए अशोक विहार के एक निजी स्कूल में नाम आया था। पहले दिन जब वह ईडब्ल्यूएस दाखिले को लेकर स्कूल गए थे तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने प्रवेश द्वार से ही लौटा दिया था। इसके बाद उन्होंने स्कूल के रिसेप्शन पर संपर्क किया। वहां से भी दाखिले को लेकर कोई उचित जवाब नहीं मिला।
मंत्रालय में शिकायत की
ईडब्ल्यूएस सीटों पर दाखिले के लिए अभिभावकों का मार्गदर्शन करने वाले मिशन तालीम के संस्थापक अध्यक्ष एकरामूल हक ने कहा कि दाखिले न मिलने को लेकर उनके पास भी 100 से ज्यादा मामले हैं। इनकी हर स्तर पर शिक्षा विभाग सहित मंत्रालय में शिकायत की गई है। मगर, दाखिले को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।